Uttarakhand

अपनी प्रकृति’ की स्वच्छ संस्कृति

स्वच्छता अभियान में जुटी टुवड्स ह्यूमैनिटी टीम
पर्यटकों द्वारा पहाड़ों पर फैलाई जा रही गंदगी से प्राकृतिक सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है। इस गंदगी को साफ कर पर्यावरण और प्रकृति को स्वच्छ बनाने की पहल चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर से की गई है। जहां ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’ के सौ युवाओं ने अपनी प्रकृति अभियान से नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न वार्डों, सार्वजानिक स्थानों और धार्मिक, तीर्थाटन एवं पर्यटन क्षेत्रों में सघन स्वच्छता अभियान चलाकर नगर क्षेत्र की सूरत व सीरत बदल दी है। उनके इस मुहिम की जिला मुख्यालय गोपेश्वर के साथ ही देश-प्रदेश में भी जोरदार सराहना हो रही है। छह माह पूर्व शुरू हुए इस महाअभियान में प्रत्येक रविवार को सफाई अभियान चलाकर अब तक 50 कुंतल से अधिक कचरा का निस्तारण किया जा चुका है


स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वच्छ भारत का सपना देखा था। वे चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें और इस सपने को साकार बनाएं। महात्मा गांधी के स्वच्छ राष्ट्र के सम्मान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती 2 अक्टूबर 2014 को इस अभियान की घोषणा की। महात्मा गांधी ने स्वच्छता के महत्व को बहुत पहले ही समझ लिया था, वह कहते थे स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को ‘न मैं गंदगी करूंगा, न ही करने दूंगा’ के मूल मंत्र के साथ इस महाभियान को हरी झंडी दी और पूरे देश में एक जन अभियान चलाकर इस मुहिम को आगे बढ़ाया। कुछ वर्षों तक लोगों ने इस महाभियान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया गया। लेकिन विगत कुछ वर्षों से लोग स्वच्छता को लेकर ज्यादा जागरूक नहीं हैं। वहीं चमोली जिले में ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’ के युवा सफाई अभियान चलाकर प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को साकार कर रहे हैं।


‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’  के युवाओं की तिगड़ी ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर नगर वाडोज्ं, सावज्जनिक स्थानों के साथ ही गोपीनाथ मंदिर और चतुथज् केदार पैदल ट्रैकर पर सघन सफाई अभियान चलाकर जिला मुख्यालय गोपेश्वर और धामिज्क तीथाज्टन एवं पयज्टन क्षेत्रों की तस्वीर बदल दी है। श्टुवड्सज् ह्यूमैनिटी ग्रुप्य के इस निरूस्वाथज् अपनी प्रकृति सफाई अभियान की देश-प्रदेश में जमकर सराहना हो रही है।

नगर क्षेत्र गोपेश्वर के साथ ही सार्वजनिक स्थानों और धार्मिक क्षेत्रों में फैली गंदगी से आहत  ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’  के संरक्षक डॉ. डीएस कुंवर ने छह माह पूर्व इस मुहिम की शुरुआत उन 100 छात्र-छात्राओं से की जो जिला मुख्यालय  गोपेश्वर नगर में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही अपने भविष्य को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच उत्तराखण्ड पुलिस भर्ती व पटवारी भर्ती की लिखित परीक्षा की तैयारी कर रहे 100 युवाओं को डॉ. डीएस कुंवर द्वारा नि:शुल्क कोचिंग शुरू की गई। कोचिंग के दौरान उन्होंने युवाओं को ‘अपनी प्रकृति अभियान’ के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के साथ स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। युवाओं की टीम ने  ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’  से जुड़कर हर सप्ताह रविवार को गोपेश्वर नगर के प्रत्येक वाडोज्ं, सावज्जनिक स्थानों, धार्मिक तीर्थस्थलों एवं पर्यटन क्षेत्रों में ‘अपनी प्रकृति अभियान’ के तहत सफाई अभियान चलाकर नगंदगी से मुक्ति दिला दी है। बड़ी संख्या में इस ग्रुप से लोग जुड़ रहे हैं। अब तक 50 कुंतल से अधिक कचरा का निस्तारण किया जा चुका है।
 
रूद्रनाथ यात्रा ट्रैक

पंचकेदारों में प्रसिद्ध चतुर्थ केदार रूद्रनाथ धाम में भगवान शिव के मुखारविंद के दर्शन होते हैं। समुद्र तल से 2290 मीटर ऊंचाई पर हिमालय प्रकृति की गोद में स्थित है। ग्रीष्मकाल में छह माह के लिए बाबा के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुले रहते हैं। पंचकेदारों में चतुर्थ केदार की यात्रा सबसे कठिन होती है। गोपेश्वर मुख्यालय के सगर गांव से चतुर्थ केदार की पैदल यात्रा शुरू होती है, जिसकी लम्बाई लगभग 22 किमी है। बावजूद यात्रा सीजन में हजारों श्रद्धालुओं के साथ देश-प्रदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं। ऐसे में प्लास्टिक कचरा को जहां-तहां बिखेर देते हैं। वन विभाग द्वारा तीर्थयात्रियों  200 रुपए शुल्क लेने के बाद भी पैदल ट्रैकों पर कहीं भी शौचालय और कचरा निस्तारण की व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके चलते पैदल मार्ग पर पडने वाले सुंदर मखमली बुग्यालों में प्लास्टिक कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। इसको देखते हुए ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’ के 100 युवाओं ने चतुर्थ केदार रूद्रनाथ ट्रैक पर सघन सफाई अभियान चलाकर 40 बोरे कूड़े को कंधे पर लेकर निस्तारण किया है।

भगवान रूद्रनाथ यात्रा पर पहुंचे तीर्थयात्रियों ने युवाओं के इस नि:स्वार्थ मुहिम की सराहना करते हुए राजस्थान के बीकानेर के प्रतीक मुथा इस बाबत कहते हैं- ‘एक छोटी-सी बात है मेरे पास कि ऐसे सुंदर जगहों पर तीथ यात्री और पर्यटक घूमने आते हैं तो वे अपना कचरा अपने बैग में वापस ले जाएं। ये कुछ युवा यहां नि:स्वार्थ भाव से सफाई अभियान चलाकर प्रकृति की सुंदरता और पयार्वरण संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। जो काम सरकार को करना चाहिए था वो काम यहां के युवा कर रहे हैं। मुझे जितनी खुशी हो रही है उससे ज्यादा मेरा मन मुझे कचोट रहा है। यह कचरा नहीं इंसानियत बिखरी है। अपनी प्रकृति अभियान के सभी युवाओं को हमारी शुभकामनाएं।’
 
‘अपनी प्रकृति अभियान’ का आगाज

चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में डॉ. दीपक सिंह कुंवर द्वारा पिछले दस वर्षों यानी 2015 से कुछ गरीब, असहाय छात्रों को निर:शुल्क प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग दी जा रही थी। वर्ष 2022-23 में उन्होंने इसका दायरा बढ़ा कर सभी इच्छुक छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था कर 600 छात्र-छात्राओं को तीन माह तक नि:शुल्क प्रतियोगिता परीक्षा के लिए कोचिंग दी। उन्होंने गणित, जीके, रिजीनिंग, हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, समाजिक शास्त्र, राजनीतिक विज्ञान, भूगोल विषयों को पढ़ाया। उनके कोचिंग से अब तक दर्जनों युवा, शिक्षक, पुलिस, आर्मी, वन विभाग, राजस्व विभाग सहित अन्य जगहों चयन हुए हैं।

बात अपनी-अपनी

हिमालयन वारियर्स द्वारा अपनी प्रकृति अभियान के तहत जिस तरह से गोपेश्वर नगर के विभिन्न वार्डों व नगर क्षेत्र के सार्वजनिक स्थानों और धार्मिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, यह सराहनीय है। हम सबको मिलकर इस अभियान को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग देना चाहिए, जिससे नगर की स्वच्छता के साथ पयार्वरण संरक्षण भी होगा।
दीपक भट्ट, सभासद, गोपेश्वर गांव

विगत दस वर्षों से मैंने उन गरीब व बेसहारा युवाओं को नि:शुल्क कोचिंग दी, जिनको इसकी सख्त जरूरत थी। मैं किसान परिवार से संघर्ष कर आगे आया हूं, मुझे मालूम है कि गरीबी क्या होती है। 2022-23 में मुझे लगा कि क्यों न अन्य युवाओं को भी निर:शुल्क पढ़ाया जाए। तब मैंने सभी छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग देने की बात सार्वजानिक की और मुझे लगा कि 200 से 300 छात्र-छात्राएं आएंगे, लेकिन यह संख्या 500 से ऊपर तक पहुंच गई। मैंने अपने वादे के मुताबिक अलग-अलग बैच बनाकर दो-दो घंटे प्रतिदिन तीन माह तक सभी छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क कोचिंग दी। जिनमें से दर्जनों युवाओं का आज सरकारी क्षेत्र में सलेक्शन हुआ है और आज भी 100 छात्र-छात्राओं को निशुल्क कोचिंग दी जा रही है जो पुलिस भर्ती के साथ ही विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे हैं। यह कार्यक्रम आगे भी निरंतर जारी रहेगा इन्हीं युवाओं के माध्यम से  ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’  द्वारा अपनी ‘प्रकृति अभियान’ से हर रविवार को टेस्ट पेपर के बाद सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में हमारे साथ धीरे-धीरे बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं।
डॉ. दीपक सिंह कुंवर, संयोजक, ‘अपनी प्रकृति अभियान’

पिछले पांच माह से मुख्यालय में जिला अधिकारी चमोली, मुख्य विकास अधिकारी चमोली, पर्यटन विभाग चमोली, साथ ही मुख्यालय में बैठे चार डीएफओ के नाक के नीचे ‘टुवड्स ह्यूमैनिटी ग्रुप’ द्वारा
स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जा रहा है, लेकिन उन्हें इसकी भनक तक नहीं। अत: टीम की मदद के लिए सब लोग आगे आएं, क्योंकि टीम को ग्लब्स, मास्क, सेनेटाइजर, गाबेज्ज आदि की हर सप्ताह नितांत आवश्यकता है।
सूर्यप्रकाश पुरोहित, पार्षद नगर पालिका, गोपेश्वर 

मैं अभिषेक भारती वर्तमान में भारतीय सेना में तैनात हूं तथा मेरी अभी वर्तमान पोस्टिंग जम्मू में है। इन दिनों छुट्टी पर होने के कारण मैं भी इस अभियान में जुड़कर अपने को गौरवान्वित महसूस करता हूं तथा नगर के बुद्धिजीवियों व महाविद्यालय गोपेश्वर के राष्ट्रीय स्वयं सेवकों से गुजारिश करता हूं कि इस मुहिम में जुड़कर आप भी पर्यावरण के हितैषी बनकर इस अभियान में जुड़े।
अभिषेक भारती, आर्मी जवान

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