ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजदेह की राजधानी तेहरान के इलाके दमावंद में हत्या कर दी गई। हमला उनकी कार पर किया गया था। इस मामले पर ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातमी ने कहा कि पहले गोलीबारी की गई उसके बाद वाहन विस्फोट से निशाना बनाया गया। फखरीजदेह परमाणु उर्जा कार्यक्रम में अहम स्थान रखने वाले वैज्ञनिकों में शुमार थे, वह पिछले कई वर्षाें के लिए ईरान के परमाणु कार्यक्रम में एक अग्रणी हस्ती थे। ईरान के विदेश मंत्री जरीफ ने इस हत्या के पीछे इजरायल का हाथ बताया, और हत्या को कायरता बताया।
वहीं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बारे में मीडिया से बातचीत करने से इंकार कर दिया है। मोहसेन इमाम हुसैन विश्वविद्यालय में भौतिकी के प्रोफेसर भी थे। इसके अलावा वह ईरानी रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बल में सीनियर साइंसिस्ट भी थे। ज़रीफ ने ट्वीट कर कहा, आतंकवादियों ने आज एक प्रख्यात ईरानी वैज्ञानिक की हत्या कर दी । यह कायरता-इजरायल की भूमिका के गंभीर संकेतों के साथ-अपराधियों के हताश वार्मरिंग से पता चलता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रमुख इजरायली पत्रकार योसी मेलमैन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि “ईरान में रिपोर्ट के अनुसार तेहरान के पूर्व में दमावंद में फखरिज़देह-महाबादी की हत्या कर दी गई । वह ईरान के गुप्त सैन्य कार्यक्रम के प्रमुख थे और मोसाद द्वारा कई वर्षों तक वांछित थे। उनकी मौत ईरान के लिए एक बड़ा मनोवैज्ञानिक और पेशेवर झटका है । ट्रंप प्रशासन ने कहा कि अमेरिका हत्या पर बारीकी से नजर रख रहा है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई के अंतरराष्ट्रीय मामलों के सलाहकार अली अकबर वेलापति ने एक बयान में कहा, ईरानी राष्ट्र आतंकवादी तत्वों और उनके समर्थकों से इस महान शहीद के खून का बदला लेगा। फखरिज़देह परमाणु कार्यक्रम का सबसे प्रमुख चेहरा है जो एक अंतरराष्ट्रीय विवाद में मुख्य चरम बिंदु रहा है । अमेरिकी विदेश विभाग और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी द्वारा ईरान की परमाणु क्षमताओं के बारे में गहरी अंतर्दृष्टि रखने के रूप में कई रिपोर्टों में उनका उल्लेख किया गया है । यह भी स्पष्ट नहीं है कि वह ईरान के सबसे गुप्त तत्वों के बारे में कितना जानता होगा। लेकिन वह ईरान की महत्वाकांक्षाओं का प्रतीक था, और भारी संरक्षित था। इसलिए उसे निशाना बनाया जा रहा था और ईरान की राजधानी के बाहरी इलाके में दिन के उजाले में मार डाला गया था । संदेश स्पष्ट है: ईरान के दुश्मन अपनी परमाणु हस्तियों को कहीं भी मार सकते हैं ।
हाल के दिनों में सऊदी अरब के निओम शहर में बेंजामिन नेतन्याहू, ईरान की खुफिया एजेंसी मोसाद के चीफ योस्सी कोहेन, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और सऊदी प्रिस के बीच एक गुप्त मीटिंग हुई थी। पंरतु सऊदी ने गुप्त मीटिंग को लेकर साफ कर दिया कि उनके यहां कोई गुप्त मीटिंग नहीं हुई है। परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबद्ध लगा रखे है।

