भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की आहट सुनाई दे रही है। वर्तमान अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कार्यकाल अपने अंतिम चरण में है और नए चेहरे की तलाश अब सार्वजनिक चर्चा का विषय बन गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नए अध्यक्ष की घोषणा आगामी राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक से पहले हो सकती है। दिलचस्प बात यह है कि इस बार पार्टी दक्षिण भारत से किसी मजबूत चेहरे को आगे लाने की सम्भावनाएं टटोल रही है। यह कदम संगठन को भौगोलिक संतुलन देने और दक्षिणी राज्यों में भाजपा की पकड़ मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। वित्त मंत्री और पार्टी की सशक्त महिला चेहरा निर्मला सीतारमण का नाम खास चर्चा में है। यदि इन्हें अध्यक्ष बनाया जाता है तो यह
भाजपा के इतिहास में पहली महिला अध्यक्ष बनने का गौरव होगा। संगठन में लम्बे समय से सक्रिय, चुनावी रणनीतियों के माहिर और अमित शाह के विश्वस्त हरियाणा से आने वाले भूपेंद्र यादव भी प्रबल दावेदारों में गिने जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश भाजपा की प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का नाम भी चर्चा में है। तमिलनाडु की युवा और तेज-तर्रार नेता वनती श्रीनिवासन भी केस में शामिल बताई जा रही हैं। उन्होंने महिला मोर्चा को नई ऊर्जा दी है। उनकी छवि एक जमीनी कार्यकर्ता की है, जिससे संगठन को निचले स्तर तक मजबूती मिल सकती है। सियासी गलियारों में कानाफूसी यह भी है कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की पसंद पहले से तय है, पर पार्टी उस नाम को अंतिम रूप देने से पहले क्षेत्रीय और सामाजिक समीकरणों का गहन अध्ययन कर रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा अपने नए सेनापति के रूप में किस पर भरोसा जताती है-पुराने अनुभवी चेहरे पर या किसी नए चैंकाने वाले नाम पर?
भाजपा का नया सेनापति कौन?

