- डॉ. श्रीगोपाल नारसन (एडवोकेट)
राजनीतिक चिंतक एवं वरिष्ठ पत्रकार
कभी भाजपा को ‘इंडिया शाइनिंग’ का नारा ले डूबा था, ‘इस बार चार सौ पार’ का नारा क्या दिया, भाजपा समर्थकों को विश्वास हो गया, मोदी की गारंटी है, चार सौ पार हो जाएगी, बस इसी भ्रम में सत्ता समर्थक वोट डालने के प्रति उदासीन हो गए और कइयों ने मतदान के दिन को पिकनिक डे के रूप में मनाकर कम वोट प्रतिशत की फजीहत मोल ले ली।
निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को वोट के लिए भरपूर प्रोत्साहित किया और मतदान केंद्रों पर व्यापक सुविधा भी उपलब्ध कराई लेकिन फिर भी औसत मतदान 60 प्रतिशत के पार नहीं जा पाया, शहरी क्षेत्रों में तो यह 50 प्रतिशत से भी कम रहा। वहीं भाजपा ने अपने चुनावी बस्तों पर वोटिंग स्लिप के साथ भाजपा प्रत्याशी व प्रधामनंत्री की फोटो लगी प्रचार सामग्री मतदान केंद्रों पर वोटरों को दिए जाने की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा निर्वाचन आयोग से की गई, लेकिन फिर भी दोषियों के विरुद्ध चुनाव आचार संहिता का मामला दर्ज नहीं हुआ। हालांकि उत्तराखण्ड की सभी 5 लोकसभा सीटों पर मतदान सकुशल संपन्न हो गया है। 19 अप्रैल की सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू होकर शाम सात बजे तक तक वोट डाले गए। वोटिंग को लेकर मतदाताओं में गजब का उत्साह दिखा।
उत्तराखण्ड में नई नवेली दुल्हन ने मतदान केंद्र पहुंच कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ऊधमसिंह नगर की इस दुल्हन ने लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की। प्रदेश के सभी जिलों में वोटिंग को लेकर मतदाताओं की भीड़ सुबह से ही मतदान केंद्रों पर पहुंचने लगी थी। प्रदेश के 84 लाख 31 हजार 101 मतदाता 11,723 मतदान केंद्रों में उम्मीदवार के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा के नगला तराई मतदान केंद्र पर लाइन में लगकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह ने गढ़ी कैंट स्थित शहीद मेख गुरुंग कन्या इंटर काॅलेज मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, हरीश रावत ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उत्तराखण्ड की पांच लोकसभा सीटों पर कुल 54.08 प्रतिशत मतदान हुआ है। अल्मोड़ा में 44.17, गढ़वाल में 49.86, टिहरी गढ़वाल में 51.74, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर में 59.59 और हरिद्वार में 59.12 प्रतिशत वोटिंग हुई। उत्तराखण्ड की पांच लोकसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक कुल मिलाकर 53.56 वोटिंग हो चुकी थी। सबसे अधिक मतदान नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर होता दिखाई दिया।

हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में भी अच्छी लेकिन अपेक्षा से कम वोटिंग हुई है। अल्मोड़ा में 44.43, गढ़वाल 48.79, टिहरी गढ़वाल 51.01, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर 59.36 और हरिद्वार में 59.01 फीसदी वोटिंग रही। वहीं उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले के तीन गांवों में चुनाव का बहिष्कार किया गया। लोगों ने सड़क की समस्या को उठाते हुए वोट डालने से इनकार कर दिया। क्वारबन, जमतड़ी और कवियर में चुनाव बहिष्कार हुआ। रोड निर्माण की समस्या को लेकर ग्रामीणों की नाराजगी है। उत्तराखण्ड में मतदान को लेकर वाहनों के परिचालन पर कोई रोक नहीं लगाई गई थी। सार्वजनिक और निजी वाहन चलते रहे। हालांकि चुनाव आयोग की ओर से जारी आदेश के तहत वाहनों का प्रयोग मतदाताओं को ढोने के लिए नहीं किया जा सकता था, का पालन किया गया। उत्तराखण्ड में 293 बूथ अति संवेदनशील घोषित किए गए थे। 809 बूथों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था। इन बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गई। अन्य बूथों पर राज्य पुलिस और होमगार्ड की तैनाती की गई थी। चुनाव की घोषणा के बाद से प्रदेश में अब तक 16.41 करोड़ का आपत्तिजनक सामान जब्त किया गया।
फिल्म एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला भी वोटिंग करने मुंबई से अपने गृहनगर कोटद्वार पहुंची थी, उन्होंने कोटद्वार में सिद्धबली मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद एक पारिवारिक विवाह समारोह में भाग लिया। वह कोटद्वार के सुखरो इंटर काॅलेज में बने बूथ पर वोट डालने पहुंची थी। अपना वोट डालने के बाद उर्वशी ने लोगों से चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने की अपील भी की, लेकिन फिर भी मतदान प्रतिशत कम रहना चिंताजनक ही कहा जाएगा।

