छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा थम नहीं पा रही है। इस बीच राज्य के बीजापुर में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवानों के बलिदान की सराहना करते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
दरअसल , सुरक्षाबलों को जोनागुड़ा की पहाड़ियों पर नक्सलियों के डेरा जमाने की सूचना मिली थी। इस पर शुक्रवार तीन अप्रैल की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को जिसमें कि दो हजार जवान शामिल थे , रवाना किया गया । लेकिन शनिवार को नक्सलियों ने 700 जवानों को तर्रेम इलाके में जोनागुड़ा पहाड़ियों के पास घेर लिया और तीन ओर से फायरिंग की । तीन घंटे चली मुठभेड़ में 15 नक्सली ढेर हो गए। 22 जवान भी शहीद हो गए। 31 से अधिक घायल जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पीएम मोदी ने शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले में जवानों के शहीद होने पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि ”मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में शहीद हुए जवानों के परिजनों के साथ है। वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।”
गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया, ‘‘मैं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को नमन करता हूं। राष्ट्र उनके शौर्य को कभी नहीं भूलेगा। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों (नक्सलियों) के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। ’’गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की और हालात का जायजा लिया।
गृहमंत्री ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह को स्थिति का जायजा लेने के लिए छत्तीसगढ़ जाने को कहा। गृह मंत्री के निर्देश पर सीआरपीएफ महानिदेशक छत्तीसगढ़ पहुंचे।
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नहीं थम रहे नक्सली हमले
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले थम नहीं पा रहे हैं आए दिन यहां सुरक्षा बलों के जवान और आम लोग नक्सली हिंसा का शिकार होते रहे हैं। अभी हाल में 23 मार्च को हुए नक्सली हमले में भी पांच जवान शहीद हुए थे। यह हमला नक्सलियों ने नारायणपुर में आईईडी ब्लास्ट के जरिये किया था। तर्रेम थाने से सीआरपीएफ, डीआरजी, जिला पुलिस बल और कोबरा बटालियन के जवान संयुक्त रूप से सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान दोपहर में सिलगेर के जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने हमला कर दिया। इस पर जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई।

