कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से 350 कि मी दूरी पर 21 जनवरी की रात हुए एक बम धमाके में 8 लोगों की मौके पर ही जान चली गई। पुलिस के अनुसार एक ट्रक के जरिए शिवमोगा में जिलेटिन ले जा रहे थे। उस ट्रक में बहुत जोर का धमाका हुआ। वहां के स्थानीय लोगों ने इसकी तेज आवाज तथा धरती का कंपन महसूस किया। शिवमोगा का ये ब्लास्ट बहुत ही खतरनाक था। इसका अंदाजा उन तस्वीरों से लगाया जा रहा है कि दीवार में दरार पड़ गई और घर के शीशे तक टूट गए।
शिवमोगा के जिलाधिकारी शिवकुमार ने बताया है कि यह हुनासोडु गांव में एक रेलवे क्रशर साइट पर हुआ डायनामाइट का धमाका था। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू कर दी। फिलहाल वहां पर आग की लपटें उठ रही हैं और धुएं के कारण यहां पर आना-जाना मुश्किल हो गया। रेस्क्यू आपरेशन के लिए यहां पर पहुंचने की कोशिश में जुटे हुए हैं। शिवमोगा के बाहरी इलाके में हुए धमाके के कारण कई दुकानों के शीशे चटक गए। इसके अलावा आस-पास के लोगों ने रात के वक्त ऐसी आवाज और धरती का हिलना सोचकर यह माना कि यह घटना भूकंप की है। सूत्रों के अनुसार कुछ देर बाद ही इस बात का पता चला कि असल में ट्रक के धमाके के वजह से धरती हिली है।

