अमेरिका में इस समय मौसम बेहद खतरनाक बना हुआ है। दुनिया की महाशक्ति अमेरिका के कई हिस्सों में 23 दिसंबर को सर्दियों के सबसे बड़े तूफान ने कहर बरपाया हुआ है। अत्यधिक ठंड के मौसम, तेज हवाओं और भारी बर्फबारी के कारण कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई है। दस लाख से अधिक लोगों के घरों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए हॉलिडे प्लानिंग भी बाधित रही। मौसम वैज्ञानिक इस तूफान को ‘बम चक्रवात’ कह रहे हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या है ये ‘बम साइक्लोन’…
‘बम चक्रवात’ क्या है?
बम चक्रवात यानी बहुत जल्द तेज होने वाला कम दबाव वाला सिस्टम। बम चक्रवात सामान्य बर्फीले तूफान भी हो सकते हैं या फिर वो उष्णकटिबंधीय भी हो सकते हैं। जब सेंट्रल प्रेशर 24 घंटे के अंदर कम से कम 24 मिलीबार गिरा हो तो मौसम की उस स्थिति को बम चक्रवात कहते हैं। मौसम विज्ञानी इसे ‘विस्फोटक बांसोजेनेसिस’ कहते हैं। लेकिन वायुदाब में इस कमी के कई कारण हैं।
बम चक्रवात कितने शक्तिशाली होते हैं?
बम चक्रवात तटीय बाढ़ के साथ-साथ भारी बारिश या हिमपात ला सकते हैं। साथ ही ये तेज हवा के झोंके भी बनाते हैं। डेनियल स्वैन ने कहा कि इन तूफानों का असर दूसरे शक्तिशाली तूफानों की तरह ही होता है। हालांकि ‘बम चक्रवात’ बहुत ही कम समय में शक्तिशाली हो जाते हैं। उनका तेजी से आगमन नागरिकों को निवारक उपाय या आश्रय लेने के लिए अधिक समय नहीं देता है। यह इन तूफानों का सबसे बड़ा खतरा है।
अमेरिका में दैनिक जीवन पर क्या प्रभाव?
23 दिसंबर को अमेरिका इस शीतकालीन ‘बम चक्रवात’ की चपेट में आ गया, जिसके कारण उड़ान में देरी या कई फ्लाइट्स रद्द हो गई हैं । इससे हजारों नागरिक प्रभावित हुए। अमेरिका में करीब 10,400 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में देरी हुई। इसके अलावा पांच हजार 753 उड़ानें रद्द की गईं। लगभग सभी राज्य मिनेसोटा, आयोवा, विस्कॉन्सिन और मिशिगन भारी बर्फ से ढका हुआ था।
मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि कड़ाके की ठंड के इस मौसम में किसी के भी बाहर निकलने पर मिनटों में ‘ठंड’ लगने का खतरा रहता है। यूएस नेशनल वेदर सर्विस (NWS) द्वारा व्यक्त किए गए पूर्वानुमान के अनुसार, इस सप्ताह के अंत तक अमेरिका के कुछ हिस्सों में पारा शून्य से 45 डिग्री नीचे से 56 डिग्री सेल्सियस नीचे तक गिरने की संभावना है।

