काफी समय से चल रहे शराब घोटाले मामले में ईडी आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को गिरफ़्तार कर चुकी है, लेकिन बीते कल यानी 21 मार्च 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी दिल्ली शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले के बाद दिल्ली और देश में तनाव की स्थिति बनी हुई है, कि ‘आम आदमी पार्टी’ अब किस तरह अपनी सरकार चलाएगी क्योंकि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट किया है कि ‘वह मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र नहीं देंगे। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री थे और मुख्यमंत्री रहेंगे।’ इस घटना के बाद ‘आप’ पार्टी को अन्य पार्टियों का लगातार सपोर्ट मिल रहा है, और भाजपा के विपक्ष इस समय मिलकर एक साथ सामने आ रहे हैं, और इस घटना को भाजपा की चाल बता रहे हैं।
इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारे में भी काफी हड़कंप मचा हुआ है। इसी के साथ आम आदमी पार्टी लगातार भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है तो वहीं गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं ने टिप्पणी की है। राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल के घरवालों से फोन पर बात कर उन्हें आश्वासन दिया है।
दरअसल, पिछले कई महीनों से ईडी के द्वारा अरविंद केजरीवाल को समन भेजे गए थे। ईडी के द्वारा पहले भी सीएम केजरीवाल को 9 समन भेजे जा चुके हैं, जिसके बाद वह 10 समन लेकर गुरुवार को अपने 6 से 8 अधिकारियों के साथ सीएम केजरीवाल के घर पहुंची थी। 21 मार्च को सीएम आवास पर एसीपी रैंक के कई अधिकारी पहुंचे, जिसके बाद ईडी के जॉइंट डायरेक्टर के द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ पूछ-ताछ शुरू की। यह पूछताछ केजरीवाल जी के साथ पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्डरिंग केस) की धारा 50 के तहत की गई। पूछताछ और सीएम हाउस के बाहर की गई बेरीगेटिंग से साफ़ पता लग गया था कि ईडी आज दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी करने वाली है। ईडी ने 2 घंटे की पूछताछ के बाद अरविन्द केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद पूरे देश में यह खबर आग की तरह फेल गई। इस घटना के फ़ौरन बाद ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ता अपनी अर्जी लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दर्ज की है। हालांकि इस मामले पर कहा जा रहा है कि सुनवाई होना बेहद मुश्किल है।
कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह गिरफ्तारी भाजपा की सोची समझी चाल है। मोदी सरकार लोकसभा चुनाव में अपना रास्ता साफ करना चाहती है इसलिए वह मजबूत चेहरों को जनता के सामने कमजोर बनाना चाहती है। हालांकि पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटाने के लिए लगातार हिरासत में ले रही है। केजरीवाल को हिरासत में लिए जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है। भ्रष्टाचार का जश्न चल रहा है. अगर उनकी आबकारी नीति इतनी अच्छी थी तो उसे रद्द क्यों किया गया?
अरविंद केजरीवाल पर आरोप?
शराब नीति मामले में बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) नेता के कविता की गिरफ्तारी के बाद 18 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने पहली बार आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस मामले में साजिशकर्ता थे। ईडी प्रवक्ता ने सोमवार को आरोप लगाया, “ईडी की जांच से पता चला है कि कविता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में लाभ पाने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ साजिश रची थी। इन एहसानों के बदले में वह आम आदमी पार्टी के नेताओं को 100 करोड़ रुपये देने में शामिल थी।

