भारतीय जनता पार्टी एक के बाद एक कांग्रेस के आयकन रहे नेताओं पर अपना कब्जा करती जा रही है। पहले सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा बना भाजपा ने इस दिग्गज कांग्रेसी नेता की विरासत पर अपना दावा ठौका अब महात्मा गांधी की विरासत पर भी भाजपा ने अपना दांव चल दिया है।
दिल्ली में कल यानी मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई। बैठक में पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सहित बीजेपी के कई नेता संसद परिसर में पहुंचे थे। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सभी सांसदों को निर्देश दिया गया कि वह अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में 150 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे। यह जानकारी संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा मंगलवार को दी गई। प्रधानमंत्री द्वारा यह भी कहा गया की सांसद पदयात्रा के दौरान गांधी जी के विचारो के अनुरूप ग्रामीण इलाको में स्वछता और पौधरोपण के विषयो को भी उजागर करे। संसदीय कार्यमंत्री जोशी द्वारा बताया गया की प्रत्येक सांसद को 15-20 समूह तैयार करने होंगे, समूह रोज पदयात्रा करेगा। प्रत्येक समूह में मुख्य सांसद भी सम्मिलित होंगे। जीत के तीन चार महीनो में ऐसी पहल जनता से जुड़ने का माध्यम बनेगी।
सांसदों को उन जगहों पर पदयात्रा के लिए कहा गया जहां बीजेपी अपेक्षाकृत कमजोर है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यह भी कहा गया की पदयात्रा गांधी जयंती दो अक्टूबर से शरू होकर सरदार वल्लभ पटेल की जयंती तक निकाली जाएगी। बता दे की इस पदयात्रा की तारीख ऐसी है की इसी दौरान महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने को है। यह पहली बार नहीं है की प्रधानमंत्री द्वारा सांसदों को इस तरह का टास्क दिया गया हो। इससे पहले भी बीजेपी सांसदों को पदयात्रा के साथ साथ मोटर साईकल रैली और गांवो में रात गुजारने तक को कहा गया था। माना जा रहा है की इस पदयात्रा के दौरान बीजेपी सांसद ग्रामीण जनता की समस्याओ को समझने का प्रयास करेगी और एक बार फिर से लौह पुरुष और बापू को अपनी विचारधारा में करने का प्रयास करेंगी।

