जजों पर टिप्पणी करने वाले अधिवक्ता प्रशांत भूषण का मामला देश भर में सुर्खियों में रहा था। इस बीच अब हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के कई पूर्व और मौजूदा जजों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर मद्रास हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस सीएस कर्णन के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। चेन्नई के एक वकील ने जस्टिस कर्णन के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस की साइबर सेल ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153 और 509 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
खबरों के मुताबिक इस मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वकील की शिकायत के बाद मद्रास हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे को सीएस कर्णन के खिलाफ एक पत्र लिखा गया था। इस पत्र में एक वीडियो का जिक्र किया गया। इसमें आरोप है कि इस वीडियो में रिटायर्ड जस्टिस कर्णन ने कथित तौर पर महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, न्यायिक अधिकारियों और जजों की पत्नियों को धमकाया था।
हाईकोर्ट के पूर्व जज सीएस कर्णन ने वीडियो में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कुछ जजों पर कोर्ट की महिला कर्मचारियों और महिला जजों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लिखे गए वकीलों के पत्र में पूर्व जज सीएस कर्णन के बयानों को ‘हिंसा की भयावह कार्रवाई और सभी महिलाओं की गरिमा का अपमान’ और ‘महिलाओं से गहरा द्वेष’ करार दिया है। साथ ही इस पर कार्रवाई की मांग भी की है।
बता दें कि इससे पहले न्यायपालिका और न्यायिक प्रक्रिया की अवमानना के लिए सात जजों की पीठ द्वारा दोषी पाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मई 2017 में कर्णन को छह महीने जेल की सजा सुनाई थी।

