अमेरिका में 67 साल बाद किसी महिला को अपने जुर्म के लिए मृत्युदंड दिया गया है। वर्ष 1953 के बाद अमेरिका का यह पहला मामला है जब किसी महिला को कैदी सजा ए मौत दे दी गई है। इससे पहले इस महिला की सजा पर रोक लगा दी गई थी लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मौत की सजा के पक्षधर थे और उन्होंने मौत की सजा को फिर से शुरू कर दिया था जिसके बाद पिछले साल जुलाई के बाद ये महिला 11वीं कैदी है, जिसे सजा-ए-मौत दी गई है।
अमेरिका में मौत की सजा के लिए जहरीला इंजेक्शन दिया जाता है लेकिन कई देशों में फांसी का प्रावधान है। अमेरिका में जहरीले इंजेक्शन के जरिए मृत्यदंड पाने वाली महिला का नाम लीजा मोंटगोमेरी है और उन्होंने बेहद ही क्रूर अपराध किया है जिसको देखते हुए उन्हें ये कठोर सजा दी गई।
एकदम अचानक से महिला की सजा पर 8वे सर्किट कोर्ट ऑफ़ अपील्स द्वारा रोक लगा दी गई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के लोअर कोर्ट की ओर से आदेश को पलट दिया गया। जिसके बाद महिला को लीथल नामक जहरीला इंजेक्शन देकर मौत दे दी गई।
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक महिला कैदी मोंटगोमेरी को इंडियाना के तेर्रे हाउते की जेल में स्थानीय समय रात एक बजकर 31 मिनट पर लीथल इंजेक्शन देने के बाद मृत घोषित कर दिया गया।
बेहद खतरनाक था महिला का गुनाह
महिला को जितनी कठोर सजा मिली उतना ही क्रूर उसका अपराध था। दरअसल, वर्ष 2004 में अपराधी महिला मोंटगोमेरी ने एक 8 महीने की गर्भवती महिला को किडनैप कर लिया था। जिसके बाद उसने उसके दोनों हाथ बांध दिए और उसके पेट को चाकू से चीरकर उसका नवजात शिशु निकल लिया था। महिला के इस कृत्य के बाद न ही बच्चा बचा और न ही माँ। घटना में दोनों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
हालांकि आरोपी महिला को कोर्ट में सुनवाई के दौरान आरोपी महिला को बचाने का हर सम्भव प्रयास किया गया। डॉक्टर्स ने भी अपराधी महिला को मानसिक तौर पर बीमार करार दे दिया था। कई दलीलें देकर 52 साल की महिला मोंटगोमेरी को 23 साल की गर्भवती महिला का पेट चीरकर बच्चा चुराने के आरोप से मुक्त कराने के प्रयास किए गए। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने उसकी फांसी की सजा को बरकरार रखा था।
महिला कैदी मोंटगोमेरी को मौत की सजा मिलने के बाद उसकी वकील ने कहा कि एक मानसिक बीमार कैदी को मृत्युदंड कैसे दिया जा सकता है ? ये गलत है। वहीं, कोर्ट का कहना था कि मोंटगोमेरी का गुनाह इतना क्रूर है जिसे बयां नहीं किया जा सकता है। एक महिला किसी दूसरी गर्भवती महिला का पेट चीरकर बच्चे का अपहरण करने जैसा भयानक कदम कैसे उठा सकती है, इसलिए महिला कैदी के लिए मृत्युदंड से कम कोई और सजा नहीं हो सकती है।

