एक फरवरी को शाहीन बाग में धरना दे रहे लोगों पर गोलियां चलाने वाले कपिल गुर्जर का आम आदमी पार्टी से पुलिस की ओर से कनेक्शन निकालने के बाद दिल्ली की राजनीति में चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है। जबकि आम आदमी पार्टी और भाजपा में जुबानी जंग जारी है। कल दिल्ली पुलिस ने जब कपिल गुर्जर के आम आदमी पार्टी (आप) के साथ सदस्यता लेते हुए फोटो जारी किए तो राजनीतिक हल्के में चर्चा-ए-आम हो गई कि वह आप का नेता है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कपिल गुर्जर को गिरफ्तार करने के बाद यह खुलासा किया कि उसका आम आदमी पार्टी से कांटेक्ट था। यानी कि वह केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का नेता है। इस कनेक्शन को लेकर भाजपा आम आदमी पार्टी का घेरने में जुट गए है। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के प्रभारी प्रकाश जावेडकर ने तो अरविंद केजरीवाल पर सीधा आरोप लगा दिया की गुर्जर केजरीवाल के कहने पर गोलियां चलाने शाहीन बाग पहुंच गया।

उन्होंने अरविंद केजरीवाल की जमकर घेराबंदी की और कहा कि इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी बेनकाब हुई है। उन्होंने कहा कि कपिल गुर्जर ने पिछले साल आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी। उसने शाहीन बाग में गोलिया इसलिए चलाई क्योंकि यह आम आदमी पार्टी की साजिश थी। ताकि शाहीन बाग पर तनाव बरकरार रहे। जबकि इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली पुलिस की घेराबंदी कर कहा है कि पुलिस भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। दिल्ली पुलिस ने जामिया के प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले गोपाल की कोई जांच नहीं की। अगर गोपाल की जांच की जाती तो पता चलता कि उसके बीजेपी के नेताओं से संबंध थे और कई बड़े नेताओं के साथ उसके फोटो मौजूद है। लेकिन दिल्ली पुलिस ने गोपाल की बजाए कपिल गुर्जर को टारगेट किया और उसकी पुरानी फोटो निकालकर यह सिद्ध करने का असफल प्रयास किया कि वह आम आदमी पार्टी का नेता है। आम आदमी पार्टी के दिल्ली के ही लाखों लोगों ने सदस्यता ग्रहण की है। वह सब पार्टी को वोट दे रहे हैं पर जरूरी नहीं कि वह हमारी पार्टी के नेता हो।



