चेन्नई में खेले गए भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच खत्म हो चुका है।भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों पहले टेस्ट में करारी हार का सामना करना पड़ा। चेन्नई में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम भारतीय टीम पर हर क्षेत्र में भारी पड़ी। मैच के आखिरी दिन भारतीय बल्लेबाजों में शुभमन गिल और विराट के अर्धशतक को छोड़कर बाकी खिलाड़ी पूरी तरह से घुटने टेकते नजर आए । भारतीय सरजमीं पर आकर मेजबान टीम को हराना किसी भी विदेशी टीम के लिए चुनौती से कम नहीं है, लेकिन जो रूट ने अपनी कप्तानी में कर दिखाया। इस सीरीज से ठीक पहले श्रीलंका में दो टेस्ट की सीरीज खेलना और उसे जीतना अंग्रेजों के काम आया। भारत जहां उछाल भरी पिच वाली जगह ऑस्ट्रेलिया से खेलकर लौट रहा था तो इंग्लैंड को उपमहाद्वीप की घुमावदार पिच का अनुभव मिला।
इंग्लैंड ने पहले टेस्ट के पांचवें दिन आज भारत को 227 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने जो रूट की शानदार 218 रनों के दोहरे शतक के दम पर 578 रन बनाए। जवाब में भारत अपनी पहली पारी में 337 रन ही बना सका। इस तरह मेहमान टीम को 241 रन की बढ़त मिली।
वहीं, इंग्लैंड की दूसरी पारी 178 रन पर सिमट गई। भारत की तरफ से आर अश्विन ने 61 रन देकर छह विकेट चटकाए। इसी के साथ भारत को जीत के लिए 420 रन का लक्ष्य मिला। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया दूसरी पारी में महज 192 रन पर ही सिमट गई। कप्तान कोहली ने दूसरी पारी में 72 रन बनाए। इसके अलावा शुभमन गिल ने 50 रनों का योगदान दिया।
पहले टेस्ट में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विकेट को धीमा बताया। उन्होंने कहा कि विकेट धीमा था, शुरुआती दो दिन में कुछ नहीं हुआ, पिच बल्लेबाजी के अनुकूल थी। इंग्लैंड ने विपरित मौसम में भी धैर्य बनाए रखा, वो क्रीज पर टिके रहे। हमने दूसरी पारी में हुई गलतियों से सीखा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। विराट ने आगे कहा, टेस्ट क्रिकेट मुश्किल प्रारूप है और वह हमसे बेहतर तरीके से तैयार थे। पूरे टेस्ट में इंग्लैंड हमसे ज्यादा प्रोफेशनल तरीके से खेला और हमसे बेहतर रहा। इसमें कोई संदेह नहीं है, हम मेहमान टीम पर दबाव नहीं बना पाए। हम इस हार पर कोई बहाना नहीं बनाएंगे। मगर अगले तीन टेस्ट मैचों में मुंहतोड़ जवाब देंगे।
इस हार के साथ ही 2017 के बाद टीम इंडिया को पहली बार घर में टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है। टीम इंडिया घर में 14 टेस्ट मैच से अजेय थी। बता दें कि 2010 के बाद घर में टीम इंडिया की यह पांचवीं हार है। इनमें से तीन इंग्लैंड के खिलाफ है। वहीं, घर में विराट की कप्तानी में यह 27 मैचों में टीम इंडिया की दूसरी हार है।
भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों पहले टेस्ट में शर्मनाक हार उसे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतकर अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचने वाली टीम इंडिया अब लुढ़ककर चौथे पायदान पर पहुंच गई है। उसका जीत का प्रतिशत अब 68.3 हो गया है और वो न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से भी नीचे चली गई है। वहीं इस जीत के साथ इंग्लैंड की टीम शीर्ष पर काबिज हो गई है। उसके जीत का प्रतिशत अब 70.2 हो गया है।
भारतीय टीम अपनी छठी श्रृंखला खेल रही है, इसमें उसने नौ मुकाबले जीते हैं, चार हारे हैं और एक ड्रॉ रहा है। वहीं इंग्लैंड टीम की बात करें तो वह भी अपनी छठी श्रृंखला खेल रही है और अब तक 11 मुकाबले जीती है, चार हारी है और तीन ड्रॉ खेले खेली है।
बता दें कि न्यूजीलैंड की टीम पहले ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है जबकि दूसरे स्थान के लिए भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टक्कर है।

