राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसकी सीमाओं पर लगातार छठवें दिन किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलरत हैं। सरकार ने इन्हें हटाने के लिए वाॅटर कैनन्स का इस्तेमाल किया, लेकिन किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पंजाब सहित बिहार और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से तकरीबन 31 किसान यूनियन अपने हक की लड़ाई लड़ रही हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो ने इन किसानों का समर्थन किया है।
गुरुनानक देव के 551वें प्रकाश पर्व पर एक आॅनलाइन इवेंट के दौरान टूडो ने कहा कि किसान हमेशा शांतिपूर्ण विरोध- प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं याद दिलाना चाहता हूं कि कनाडा ने हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से विरोध- प्रदर्शन का समर्थन किया। वल्र्ड सिख आॅर्गनाइजेशन ने एक वीडियो जारी किया। इसमें टूडो ने कहा। हम बातचीत का महत्व जानते हैं और यही वजह है कि हमने इस बारे में भारत सरकार को अपनी चिंताओं के बारे में बता दिया है। यह सभी के साथ आने का मौका है।
शिवसेना नेता नाराज: पिछले साल कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल हुईं प्रियंका चतुर्वेदी को जस्टिन टूडो का बयान नागवार गुजरा। उन्होंने इसे भारत के मामलों में दखलंदाजी बताया। कनाडाई पीएम को टैग करते हुए प्रियंका ने सोशल मीडिया पर लिखा. डियर टूडो, आपकी फिक्र समझ सकती हूं। लेकिन अपनी सियासत चमकाने के लिए दूसरे देश की सियासत में दखलंदाजी सही नहीं है। मेहरबानी करके उस परंपरा का पालन कीजिए जो हम दूसरे देशों के मामले में करते हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी से भी अपील करती हूं कि इस मसले को सुलझाएं ताकि दूसरे देशों का टांग अड़ाने का मौका न मिले।

