विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद हरियाणा कांग्रेस में घमासान की शुरुआत हो चुकी है। ज्यादातर नेता इस हार को हुड्डा की हठधर्मिता और ठीक चुनाव प्रचार के समय कुमारी शैलजा के कोपभवन में चले जाने से जोड़ रहे हैं। 24 अकबर रोड में इन दिनों चर्चा इस बात को लेकर गर्म है कि पार्टी आलाकमान भूपिंदर सिंह हुड्डा की बातों और उनके दबाव में आखिर क्यों आ जाता है? कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की भूमिका पर भी अब सवाल उठने लगे हैं। कहा-सुना जा रहा है कि वेणुगोपाल ने भी कई ऐसों को टिकट दिलाने का काम किया जो जमीनी स्तर पर निलबट्टा सन्नाटा थे और इसी चलते ऐसे सभी चुनाव हार गए। हुड्डा के प्रति नाराजगी का आलम यह कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कैप्टन अजय सिंह ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ से तो इस्तीफा दिया ही, पार्टी भी छोड़ने का उन्होंने ऐलान कर डाला है। खबर यह भी जोरों पर है कि यदि हुड्डा को पार्टी आलाकमान अब साइड लाइन नहीं करता है तो कुमारी शैलजा समेत कई बड़े नेता पार्टी छोड़ने का मन बना रहे हैं।
हरियाणा कांग्रेस के खलनायक हुड्डा

