संसद का बजट सत्र 1 फरवरी से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जायेगा। यह बजट सत्र दस दिनों तक चलेगा। इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ होगी।राष्ट्रपति का अभिभाषण दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेगा। इसी दौरान राष्ट्रपति केंद्र सरकार के कामकाज और आर्थिक नीतियों की रूपरेखा संसद के पटल पर रखेंगी ।
पेश किया जाने वाला अंतरिम बजट अगली सरकार बनने तक खर्च चलाने के लिए है। यह एक स्थायी बजट होता है, जो लोकसभा चुनाव के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को चलाने में मदद करता है। यह बजट केवल कुछ ही महीनों को कवर करता है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के अनुसार निर्मला सीतारमण जम्मू कश्मीर के लिए भी बजट पेश करेंगी। इसके अतिरिक्त इस बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा और इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जवाब दिया जाना है। वर्तमान लोकसभा का यह आखिरी बजट होगा। यह छठी बार है जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी, लेकिन वह इस बार पहला अंतरिम बजट पेश करेंगी।
गौरतलब है कि अंतरिम बजट आम चुनाव से पहले पेश किया जाता है। अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह अंतरिम बजट पेश किया जा रहा है। चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी। अंतरिम बजट में पिछले वित्त वर्ष के आय और व्यय का एक सामान्य विवरण पेश किया जायेगा । अंतरिम बजट सिर्फ सरकार के जरूरी सेवाओं को जारी रखने के लिए पेश किया जाता है। आज से शुरू हो रहे अंतरिम बजट में कुल आठ बैठकें प्रस्तावित की गई हैं।
सरकार के आम चुनाव से पहले पेश किए जाने वाले बजट में प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी की छाप दिख सकती है। कहा जा रहा है कि इस अंतरिम बजट में सरकार महिलाओं, किसानों, युवाओं और देश के गरीबों के लिए कुछ महत्वपूर्ण लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा कर सकती है।

