इन दिनों देश में एक ओर जहां कोरोना के नए वैरियंट ‘ओमिक्रॉन’ के बढ़ते संक्रमण के चलते आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है। बढ़ते संक्रमण के बीच ऐसा भी माना जा रहा है कि सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार अभियान को डिजिटल मोड में संचालित करेगी जो एक बड़ी चुनौती है। भाजपा ने इस दिशा में तैयारी भी शुरू कर दी है। जल्द ही सभी राजनीतिक पार्टियां डिजिटल मोड में ही अपने चुनावी प्रचार-प्रसार की शुरुआत करेंगी।
इस बीच कांग्रेस सहित कई राजनीतिक पार्टियों ने बड़ी घोषणा की है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश और अन्य चुनावी राज्यों में बड़ी रैलियों को नहीं करेगी। पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी ने यूपी और अन्य राज्यों में बड़ी चुनावी रैली स्थगित करने का फैसला लिया है। वेणुगोपाल ने कहा, “हमने राज्य इकाइयों से कहा है कि वे अपने राज्यों में कोरोना की स्थिति का आकलन करें और रैलियां करने पर फैसला लें।
इसकेअलावा कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने होम आइसोलेशन की गाइडलाइन में कुछ बदलाव किए हैं। पिछले 9 दिनों में देश में कोरोना के मामले 6 गुना से ज्यादा बढ़े हैं, ओमिक्रॉन का डबलिंग रेट 3 दिनों का है। देश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद यह फैसला लिया गया है।
कई राज्यों में पाबंदियां भी लगा दी गई हैं। बात करें उत्तर प्रदेश की तो यहां भी सीएम योगी आदित्यनाथने तमाम गतिविधियों पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी दलों पर भी कोरोना का असर देखने को मिलने लगा है। कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी पार्टी अपनी रैलियां रद्द कर रही हैं।
भाजपा ने निरस्त की चुनावी रैली
बीजेपी की लखनऊ में 9 जनवरी को प्रस्तावित रैली होनी थी जिसे बढ़ते संक्रमण को देखते हुए निरस्त कर दिया गया है। बता दें, इस बड़ी रैली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करने वाले थे। इसे भाजपा और पीएम मोदी की पहली चुनावी रैली भी माना जा रहा था। भाजपा की इस रैली में प्रदेश भर से करीब 5 लाख लोगों की भीड़ जुटाने की उम्मीद थी।
समाजवादी पार्टी ने स्थगित की रैली
समाजवादी पार्टी ने भी अपनी विजय रथ यात्रा को रद्द कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 7 से 9 जनवरी तक गोंडा, बस्ती और अयोध्या में अपनी रथयात्रा निकालने वाले थे, जिसे स्थगित कर दिया गया है।सपा ने भी कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रथयात्रा को रोक दिया है। गौरतलब है कि अखिलेश यादव की रैलियों में भी भारी भीड़ जुट रही थी। ऐसे में राज्य में कोरोना का ग्राफ हर दिन बढ़ते जा रहा है। इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है।
कांग्रेस ने रद्द की मैराथन
कांग्रेस ने भी लड़की हूं, लड़ सकती हूं मैराथन रद्द कर दी है। खबरों के मुताबिक चुनावी राज्यों में कांग्रेस रैली नहीं निकालेगी, लेकिन डोर-टु-डोर अभियान जारी रखेगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में कांग्रेस ने सभी बड़ी रैलियों को स्थगित करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में कोविड की स्थिति जैसी रहेगी उसके हिसाब से आगे फैसला लिया जाएगा।

