world

मार्शेलो रेबेलो डिसूजा दूसरी बार बने पुर्तगाल के राष्ट्रपति

पुर्तगाल में रविवार 24 जनवरी को हुए राष्ट्रपति चुनाव में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसडीपी) के उम्मीदवार मार्शेलो रेबेलो डिसूजा ने एक बार फिर भारी मतो से जीत दर्ज कर ली है। इसी के साथ वे फिर पांच साल के लिए पुर्तगाल के राष्ट्रपति पद पर काबिज हो गए है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के 72 वर्षीय नेता, जिन्हें लोग उनके गर्म व्यक्तित्व और समर्थकों के साथ सेल्फी लेने की आदत के लिए जानते है, उन्होंने इस बार 61 प्रतिशत वोट हासिल किए। अगर हम 2016 के राष्ट्रपति चुनाव की बात करें तो उनकी पार्टी ने 52 प्रतिशत मत हासिल किए थे। इस बार रेबेलो ने पिछली बार की तुलना में 8 प्रतिशत वोट ज्यादा हासिल किए हैं।

पुर्तगाल में कोरोना का कहर भी जारी है और इसी दौर में वहां राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए। इस बार चुनाव में 60 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट नहीं डाला और यह पुर्तगाली इतिहास में पहली बार हुआ है कि इतने ज्यादा लोगों ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया। इस बार 1 मिलियन वोटर विदेशों से आए हुए लोग थे जिन्हें इस बार चुनावी रजिस्टर में जोड़ा गया था। हजारों की संख्या में लोग कोरोना के कारण अपने घरों में क्वारटीन थे। रेबेलो डिसूजा ने अपने विजय भाषण में कहा कि इस बार सबसे जरूरी कार्यां में एक कोरोना से मुकाबला, मेरी प्राथमिकता है।

समाजवादी उम्मीदवार एना गोम्स 13 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर आईं, जबकि दक्षिणपंथी लोकलुभावन आंद्रे वेंचुरा 12 प्रतिशत के साथ तीसरे नंबर पर आए। जिस दिन राष्ट्रपति चुनाव हुआ था उस दिन कोरोना के कारण 275 लोगों की मौत हुई थी। दिन प्रति दिन पुर्तगाल में भी कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार पुर्तगाल में प्रति 100000 आबादी में नए दैनिक संक्रमणों और मौतों की संख्य़ा दुनिया की उच्चतम दरों में से है।

मार्च 2016 में रेबेलो ने पहली बार पुर्तगाल के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अनिबल कवाको सिल्वा की जगह ली थी, जो पांच-पांच साल के अधिकतम दो कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति के रूप में सेवा दे चुके थे। रेबेलो लिस्बन विश्वविद्यालय में कानून विभाग में प्रोफेसर थे। रेबेलो इससे पहले समाचार पत्र के संपादक और टीवी कमेंटेटर भी रह चुके हैं। रेबेलो ने 1970 के दशक में लोक सेवा क्षेत्र में प्रवेश किया। वह एसडीपी के अध्यक्ष और यूरोपीय संसद के सदस्य भी रह चुके हैं। पुर्तगाल के संविधान में राष्ट्रपति को कोई कार्यकारी शक्तियां नहीं दी गई हैं। हालांकि, राष्ट्रपति के पास संसद भंग करने का अधिकार है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD