बिहार में चुनाव प्रचार का सिलसिला थम गया है। दो चरणों का मतदान हो भी चुका है। 7 नंवबर को अंतिम चरण का चुनाव होने वाला बाकी रह गया है। उसके बाद 10 नंवबर को मतों की गणना होगी, जिसके बाद तय होगा कि बिहार को अगला सीएम कौन होगा। बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों ने खूब एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार में कई रैलियां की, तो कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने भी बिहारवासियों का दिल जीतने के लिए जमकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोसा। बिहार वासियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चिट्ठी लिखी है। जिसमें उन्होंने डबल इंजन की सरकार के कार्या की प्रशंसा भी की और आगे भी सरकार डबल इंजन वाली सरकार बनाने के लिए लोगों से अपील की।
प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में लिखा ” यह हम सब के लिए गर्व का विषय कि बिहार चुनाव का पूरा फोकस विकास पर रहा। एनडीए सरकार ने पिछले वर्षेा में जो कार्य किए उनका रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि जनता-जनार्दन के सामने अपना विजन भी रखा। लोगों को भरोसा है कि बिहार का विकास एनडीए सरकार ही कर रही है। अव्यवस्था और अराजकता के वातावरण में विकास असंभव होता है। वर्ष 2005 के बाद बिहार में माहौल भी बदला और नव-निर्माण की प्रक्रिया भी आरंभ हुई।
प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में गठबंधन सरकार द्धारा किए कार्या को बताया, पीएम ने अपने पत्र में आगे लिखा कि ” मैं बिहार के विकास को लेकर आश्वस्त हूं। बिहार के विकास में कोई कमी न आएं, विकास की योजनाएँ अटके नहीं, भटके नहीं, इसलिए मुझे बिहार में नीतीश जी की सरकार की जरुरत है। मुझे विश्वस है कि डबल इंजन की सरकार बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी। वहीं नीतीश कुमार ने एक चुनाव प्रचार की अपनी अंतिम रैली में ऐलान किया कि यह उनके जीवन का अंतिम चुनाव है।

