भाजपा भीतर इस समय भारी उथल-पुथल चल रही है। कहने को तो पार्टी पर मोदी-शाह का पूरा कंट्रोल बताया जाता है लेकिन उनके खास सिपहसालार पार्टी अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा लाख प्रयास करने के बावजूद न तो पार्टी में अपनी पकड़ बना पा रहे हैं, न ही अंतर्कलह से जूझ रही राज्य इकाइयों को थाम पा रहे हैं। कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कार्यशैली के चलते विधायकों में भारी असंतोष है। प्रदेश संगठन का एक बड़ा हिस्सा लगभग बगावत की कगार पर पहंच चुका है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं विद्रोही हो चले हैं। पीएम मोदी यूपी में अपने एक खास विधायक एके शर्मा को उपमुख्यमंत्री अथवा गृहमंत्री बनाना चाहते हैं लेकिन योगी मान नहीं रहे। खबर गर्म है कि योगी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कई बड़े नेताओं का समर्थन प्राप्त है। योगी चुनावों से पहले भाजपा प्रदेश इकाई के संगठन मंत्री सुनील बंसल को हटाना चाहते हैं जिसके चलते मोदी-शाह की सहमति नहीं है। महाराष्ट्र भाजपा में पूर्व सीएम देवेन्द्र फडनवीस और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के मध्य घमासान चल रहा है। मध्य प्रदेश भाजपा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को हटाए जाने के लिए एक बड़ा वर्ग रोज प्रयास करता बताया जाता है। नड्डा के लिए सबसे बड़ा झटका मुकुल राय का पार्टी छोड़ टीएमसी में शामिल होना रहा। राय भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। सूत्रों की मानें तो नड्डा की कार्यशैली से नाराज नेताओं ने मुकुल राय प्रकरण के जरिए नड्डा पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। हिमाचल प्रदेश की शांत वादियों में जन्में नड्डा बेचारे दिल्ली के राजनीतिक षड्यंत्रों में बुरी तरह फंसे बताए जा रहे हैं।
सकते में नड्डा

