बिहार की सत्ता पर काबिज एनडीए गठबंधन में हिंदुस्तान मोर्चा यानी ” हम ” के शामिल होने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। हो सकता है आगामी 3 दिन में हम का एनडीए में विलय हो जाए। इसके संकेत आज उस समय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दिए जब वह वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर बाहर आए।
देखा जाए तो पिछले कई महीनों से हम का एनडीए में शामिल होने का सिलसिला चल रहा है । लेकिन आज की मुलाकात को इस संबंध में फाइनल माना जा रहा है।
इस मुलाकात के बाद माझी ने संकेत दिए हैं कि आगामी 30 सितंबर से पहले सब कुछ ठीक हो जाएगा । इससे लग रहा है कि आने वाले 3 दिन बिहार सरकार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हम के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को एनडीए गठबंधन में लाकर यह मैसेज देने में कामयाब होना चाहते हैं कि वह दलित समर्थक है। दलितों का एक वर्ग मांझी से जुड़ा हुआ है । उस वर्ग को बिहार के मुख्यमंत्री नितेश कुमार एनडीए की तरफ लाना चाह रहे हैं ।

हालांकि, आवामी हिंदुस्तान मोर्चा के शीर्ष नेता जीतन राम मांझी अपनी पार्टी के अकेले विधायक हैं । लेकिन वह एनडीए गठबंधन में कम से कम 15 सीट चाहते हैं। इसके चलते ही कई बार नीतीश और मांझी में मुलाकात हो चुकी है । आज की यह मुलाकात इस मामले में फाइनल मानी जा रही है।
आज पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलते समय जीतन राम मांझी ने मीडिया से बात की, लेकिन अपने पत्ते नहीं खोले। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक मुलाकात नहीं थी। मैं तो अपने क्षेत्र के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आया था। राजनीति पर कोई बात नहीं हुई। एक-दो दिन में सब बात हो जाएगी।
इधर, हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान का कहना है कि मुख्यमंत्री के साथ जीतन राम मांझी की मुलाकात राजनीतिक थी। दो दिन के अंदर फैसले की जानकारी दे दी जाएगी।
गौरतलब है कि गत 20 अगस्त को मांझी ने अपनी पार्टी हम के नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद मांझी ने महागठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया था। पिछले दिनों जीतन राम मांझी ने कहा था कि 30 अगस्त से पहले बताएंगे कि वे कहां जा रहे हैं।

