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पाकिस्तान ने एक बार फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन

पाकिस्तान ने एक बार फिर बीते दिन मंगलवार को जम्मू के अरनिया सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए फायरिंग कर दी जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान घायल हो गए। रिपोर्टों के अनुसार बीएसएफ ने भी इस पर जवाबी कार्रवाई की है। पकिस्तान की और से जब फायरिंग हुई तब बीएसएफ जवान आरएस पुरा सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास बिजली के खंभे पर लाइट ठीक कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि घायल बीएसएफ कर्मियों को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत अब ठीक है।

 

साल 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध विराम के समझौते के बाद संघर्ष विराम उल्लंघन की यह पहली बड़ी घटना है। इस समझौते के तहत दोनों देशों ने यह घोषणा की थी कि वे जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर युद्ध विराम पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने पर सहमत हुए हैं। लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) सीमा से करीब 60 मीटर और सीमा चौकी विक्रम से करीब 1500 मीटर की दूरी पर है। यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया हो इससे पहले भी कई बार ऐसा कर चुका है।

 

क्या है एलओसी

 

लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) हिंदी में नियंत्रण रेखा। यह एक लाइव लाइन है, जिसमें हमारे जवानों को फायरिंग और फेस टू फेस इंटरेक्शन तक का सामना करना पड़ता है।  इस सीमा को  मिलिट्री ने स्पष्ट रूप से सीमांकित किया हुआ है।  यह सीमा जम्मू – कश्मीर के कुछ हिस्सों को भारत और पाकिस्तान के बीच बांटती है। लाइन ऑफ कंट्रोल की लंबाई करीब 776 किलोमीटर है। एलओसी कश्मीर का लगभग 45 प्रतिशत हिस्सा है।

 

संघर्ष विराम

 

 पहले भी हुआ युद्धविराम उल्लंघन

 

रिपोर्टों के अनुसार साल 2020 में लगभग 5 हजार युद्धविराम उल्लंघन या सीमा पार से गोलीबारी की घटनाएं हुईं।  जिसे देखते हुए साल 2021 में में दोनों देशों द्वारा संघर्ष विराम की घोषणा की गई थी। इससे पहले भारत और पाकिस्तान ने शुरुआत साल 2003 में युद्ध विराम समझौते पर हस्ताक्षर किया। लेकिन इस बार की तरह पाकिस्तान ने अक्सर समझौते का उल्लंघन किया, साल 2020 में 5 हजार से अधिक उल्लंघन दर्ज किए गए- जो एक वर्ष में सबसे अधिक है।

इसके अलावा इन हमलों में सीमा के करीब स्थित घरों, स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और धार्मिक स्थानों को नुकसान पहुंचा था। साल 2021 में लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा था कि वर्ष 2018, 2019 और 2020 में पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के कुल 10 हजार 752 मामले हुए थे। जो काफी बड़ी संख्या है।

 

 

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