उत्तर प्रदेश के वाराणसी से शुक्रवार को एक खबर आई थी जिसमें एक युवक का सिर मुड़वाकर ‘जय श्रीराम’ लिखा गया था। इतना ही नहीं युवक से नेपाल विरोधी नारे भी लगवाए गए थे। लेकिन अब इस घटना पर पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक, जिस युवक के साथ ये घटना हुई वो नेपाली नहीं, बल्कि भारतीय है और उसका जन्म वाराणसी ही है। हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक का इस घटना में नाम आया था। घटना का वीडियो अरुण ने भी अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया था।
पुलिस ने कहा, “युवक का आधार और वोटर आईडी कार्ड भी वाराणसी का है। आरोपियों को वह पहले से जानता था। युवक को अपने बाल को साफ कराने के एवज में एक हजार रुपए भी मिले थे।”
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियों में स्थानीय युवक नेपाली बनकर नारे और नेपाल के पीएम केपी ओली को गाली भी दे रहा था। पुलिस ने इस मामलें के बाबत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएसपी अमित पाठक ने कहा, “हमारा संपर्क वीडियो में दिख रहे व्यक्ति से हुआ, वह वाराणसी में ही रहता है और जल संस्थान की सरकारी कॉलोनी में उसका आवास है। युवक के पिता-माता दोनों सरकारी नौकरी में है। जिन व्यक्तियों द्दारा वीडियो बनाया गया, उससे इनका पूर्व का परिचय भी पाय गया।”
पाठक के अनुसार, “युवक ने बताया कि उन व्यक्तियों के कहने पर वह उनके साथ गए और वीडियो को बनवाने के एवज में उन्हें 1000 रुपये की धनराशि भी प्राप्त हुई।” घटना को लेकर पुलिस और भी सबूत जुटाने में जुटी हुई है। बता दें कि नेपाल के पीएम केपी ओली शर्मा ने कुछ दिन पहले भगवान श्रीराम को लेकर एक विवादित बयान दिया जिसके बाद केपी ओली को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा।

