फ्रांस के खिलाफ इस्लामिक देशों में हो रहे विरोध-प्रदर्शन की चिगारी अब भारत में भी सुलगाने की कोशिश हो रही है। फ्रांस में एक बार फिर दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने फ्रांस के नीस शहर के चर्च में घुसकर तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी है। मरने वालों में एक पुरुष और दो महिलाएं हैं। महिलाओं को हत्यारें ने चाकूओं से गोदकर मार डाला। जबकि पुरुष जो कि चर्च का अधिकारी था उसका सिर कलम कर डाला। नीस शहर की पुलिस ने मौके पर ही हत्यारे को मार गिराया। पुलिस द्धारा की गई कार्रवाई पर फ्रांस प्रशासन ने पुलिस की तारीफ की। दरअसल पिछले कुछ दिनों ने फ्रांस में लोग सड़को पर उतरे हुए है। कुछ समर्थन में तो कुछ विरोध में। इस घटना से ठीक कुछ दिन पहले एक इतिहास के टीचर की हत्या इसलिए कर दी जाती हैं क्योंकि उसने अभिव्यक्ति की आजादी चर्चा में मुस्लिमों के रहनुमा पैगंबर मुहम्मद का कार्टून दिखाया था। जिसके बाद 21 साल के लड़के ने इतिहास के शिक्षक का सिर कलम कर दिया था। इस घटना के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैंगबर मोहम्मद को लेकर टिप्पणी की और मदरसों को बंद करने की बात कह दी। राष्ट्रपति के इस बयान के बाद अरब देशों में लोगों ने जमकर इसका विरोध प्रदर्शन किया। पाकिस्तान, सीरिया, बांग्लादेश में लोगों ने जमकर मैक्रों के खिलाफ नारेबाजी की और फ्रांस के प्रोडक्ट को अपने देशों में बैन कर दिया।
मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे। इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा, वो चाहे कोई भी हो। https://t.co/fPYs6zDfl7
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 30, 2020
अब फ्रांस की धार्मिक चिंगारी की लपटें भारत में धधकने लगी हैं। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और मुंबई के भिंडी बाजार में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भोपाल के इकबाल मैदान में लोग कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के नेतृत्व में पहुंचे। प्रदर्शन में उपस्थित लोगों ने फ्रांस के राष्ट्रपति से माफ़ी माँगने तक की बात कह दी। प्रदर्शन पर पुलिस ने अब सख्त कार्रवाई की और कांग्रेस विधायक समेत कई लोगों के खिलाफ केस कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का केस दर्ज कर लिया है। वहीं इस मामले पर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि ” मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे। इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा, वो चाहे कोई भी हो।
कमलनाथ जी कहते हैं कि वो बिलकुल बेदाग हैं!
दाग बड़े गहरे हैं
बेनकाब चेहरे हैंअगर दुनियाभर के वॉशिंग पाउडर भी यदि इस्तेमाल कर लिए जाएँ, तो भी वो दाग धुल नहीं सकते!
इसलिए कमलनाथ जी, आप खुद को बेदाग कहना बंद करें! pic.twitter.com/dFNiDU6Fat
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 30, 2020
शिवराज ने इस मामले में कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को भी नहीं बख्शा। कमलनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ” कमलनाथ जी कहते हैं कि वो बिलकुल बेदाग हैं! दाग बड़े गहरे हैं, बेनकाब चेहरे हैं। अगर दुनियाभर के वॉशिंग पाउडर भी यदि इस्तेमाल कर लिए जाएं, तो भी वो दाग धुल नहीं सकते! इसलिए कमलनाथ जी, आप खुद को बेदाग कहना बंद करें”।
मुंबई के भिंडी बाजार में लोगों सड़कों पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के पोस्टर चिपका दिए। ताकि आने-जाने वाले वाहन उसके ऊपर से गुजर सकें। मौलाना अब्बास रिजवी ने कहा कि “फ्रांस के राष्ट्रपति ने अल्लाह के रसूल की शान में जो गुस्ताखी की है, उसको ऐसी ही सज़ा मिलनी चाहिए।” इसके अलावा मौलाना अब्बास रिज़वी ने मुंबई की सड़कों पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का पोस्टर लगाए जाने और उसके ऊपर चप्पल-जूते पहन कर चलते लोगों के साथ कुत्ते-बिल्लियों के चलने का समर्थन भी किया”।
I strongly condemn the recent terrorist attacks in France, including today's heinous attack in Nice inside a church. Our deepest and heartfelt condolences to the families of the victims and the people of France. India stands with France in the fight against terrorism.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 29, 2020
फ्रांस की चर्च में हुए हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जाहिर किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ” मैं फ्रांस में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें एक चर्च के अंदर नीस में आज का जघन्य हमला शामिल है । पीड़ितों और फ्रांस के लोगों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी और हार्दिक संवेदना है । आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ खड़ा है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने हमले के बाद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि फ्रांस निशाने पर है। नीस में तीन लोग मारे गए और सऊदी अरब में फ़्रांस के वाणिज्यिक दूतावास को निशाना बनाया गया। राष्ट्रपति ने आगे कहा ने ”मैं फ़्रांस और दुनिया भर के कैथोलिक लोगों के साथ खड़ा हूं। बता दें फ्रांस में यह दूसरा आंतकवादी हमला है यहां इस तरह की घटना को अंजाम दिया है।

