रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को वर्चुअल (ऑनलाइन) रैली से जम्मू-कश्मीर के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर की किस्मत बदलेगी। यहां का विकास हमारी प्राथमिकता है। थोड़ा इंतजार कीजिए, जल्द ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से ही यह मांग होगी कि हम भारत के साथ रहना चाहते हैं। वे कहेंगे कि पाकिस्तान के बजाय भारत के साथ रहते तो अच्छा होगा। जिस दिन ऐसा होगा, हमारा संकल्प भी पूरा होगा।
उन्होंने कहा कि पहले कश्मीर में पाकिस्तान या आईएस का झंडा नजर आता था। भारत से आजादी के नारे लगते थे, लेकिन आज कश्मीर में सिर्फ तिरंगा नजर आता है। प्रधानमंत्री मोदी ने दुनियाभर में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ाई है। एक दशक पहले तक हमारे साथ ही कुछ ही देश खड़े होते थे। अब स्थितियां बदली हैं। कुछ देशों को छोड़ दें तो हमें दुनिया के कई मुस्लिम देशों का समर्थन भी मिला है।
अपने भाषण में उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर में हमने 50 बड़े काम किए हैं। यहां पर आईआईटी और एम्स जैसे संस्थान खोलने की योजना है। अनुच्छेद 370 के बारे में पहले के राजनेता कहते थे कि यह अस्थाई प्रावधान था। यह संविधान सभा की मर्जी से नहीं आया था, बाद में लाया गया था। लंबे समय तक जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की सरकार थी। उसने 370 को अपने दामन से बांधा रखा था। मैं कांग्रेस के दोस्तों से पूछना चाहता हूं कि अगर आपके लिए इतना अहम था तो आपने इसे स्थाई क्यों नहीं बनाया।

