नई दिल्ली। इसी वर्ष पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना ने भी कमर कस ली है। पार्टी राज्य में अपने पूरे दमखम से लड़ेगी। 17 जनवरी को इसकी जानकारी राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अपने एक ट्वीट में दी। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ बैठक में यह फैसला किया गया है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक शिव सेना ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर पश्चिम बंगाल में भगवा लहराने का सपना देख रही। भाजपा के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है।
पश्चिम बंगाल में शिवसेना के चलते भारतीय जनता पार्टी का खेल बिगड़ सकता है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी इस चुनाव को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। ममता सरकार को बाहर के रास्ता दिखा सकते हैं। लेकिन अब शिवसेना की एंट्री से उसकी इन कोशिशों को झटका लग सकता है। बंगाल के चुनावी मैदान में उतरने को लेकर शिवसेना के संजय राउत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, लंबा इंतजार खत्म हुआ, पार्टी प्रमुख श्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा करने के बाद शिवसेना ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल में शिवसेना की एंट्री पहली बार नहीं है। पहले भी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बंगाल में अपने उम्मीदवार उतारे थे, उस समय वो बीजेपी गठबंधन में थे।

