उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गुरुवार को 23 बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथन को पुलिस ने मार गिराया। दूसरी तरफ उसकी पत्नी भी मारी गई। जब उसकी पत्नी भागने की कोशिश कर रही थी तो गाँव वालों ने उसे पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। किसी तरह पुलिस ने रूबी को भीड़ से छुड़ाया। अस्पताल में भर्ती कराने बाद रूबी की मौत हो गई।
#UPDATE IG Kanpur Range Mohit Agarwal: The woman has succumbed to injuries, we are waiting for post mortem report, further details on cause of death will only come out after the report. #Farrukhabad https://t.co/Qd85Hg7AtM
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 31, 2020
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि भीड़ के हाथों पिटाई से बुरी तरह घायल रूबी को बचाने का प्रयास किया गया। उसके फौरन बाद उसे इलाज के लिए भेजा गया। लेकिन अस्पताल में रूबी की मौत हो गई। मोहित अग्रवाल ने कहा कि पोस्टमॉर्टम से बाद ही साफ हो पाएगा कि रूबी की मौत किन कारणों के चलते हुई।
वहीं डीजीपी ओपी सिंह के मुताबिक, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 बच्चों को बचाने वाली यूपी पुलिस टीम को 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। डीजीपी ने बताया कि यह ऑपरेशन आईजी रेंज कानपुर और डीएम और एसपी के नेतृत्व में पूरा किया गया।

बता दें कि बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम पर पहले से ही एक हत्या का मामला चल रहा था। साल 2001 में उस पर अपने ही गांव के एक व्यक्ति की हत्या का आरोप लगा था। कुछ ही दिन पहले सुभाष जमानत पर जेल से बाहर आया था।
जांच अधिकारियों का कहना है कि सुभाष टॉफी देने के लालच देकर मकान के आसपास खेलने वाले बच्चों को घर में ले गया और उन्हें बंधक बना लिया। जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो घटना स्थल पर गई और भारी मसक्कत के बाद बच्चों को छुड़ाने में कामयाब हुई।
ऑपरेशन को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सभी 23 बच्चे सुरक्षित हैं। चूंकि घर के अंदर थे इसलिए ऑपरेशन में अधिक समय लगा। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया।

