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यह है ‘नाइजीरिया’ की सबसे क्रूर पुलिस ‘SARS’

नाइजीरिया के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में पिछले एक दशक से कुछ युवा लोग रहस्यमयी तरीके से गायब हो रहे हैं। यदि वहां के पीड़ित लोगों की और स्थानीय अखबारों की मानें तो यह सब हो रहा है एक पुलिस स्टेशन की वजह से। जहाँ से अक्सर बर्बरता की खबरें आती रहती हैं और ऐसा स्थनीय निवासियों का कहना है कि जो भी इस पुलिस स्टेशन के भीतर गया है उसकी निर्मम तरीके से हत्या की ही खबर बाहर आयी है।

इस कुख्यात पुलिस स्टेशन का नाम ‘अक्कूज़ू सार्स’ है जिसकी शिकायत अब नाइजीरिया देश के लगभग सभी मानवाधिकार संगठन कर रहे हैं।नाइजीरिया के इस क्षेत्र में एक इमारत है जिसके आस -पास की हवा में दिल दहला देने वाली चीखें घुली हुई हैं। जहां से सिर्फ शोषण और अन्याय की दर्दनाक कहानियां ही बाहर आती हैं। यहां से पीड़ित और उसके परिवारों को आज तक शायद ही कभी कोई न्याय मिला हो।

इस भयावह इमारत के नीचे कारें और अन्य गाड़ियां भी रुकने से कतराती हैं। कोई भी हो इस रास्ते को जल्द ही पार करना चाहता है। क्योंकि नाइजीरिया के लगभग सभी लोग इस इमारत को मनहूस मानते हैं।

एंटी-रॉबरी स्क्वाड (SARS)

यह  इमारत मूल रूप से 1990 के दशक की शुरुआत में नाइजीरिया के सैन्य शासन के दौरान स्थापित एक राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी के स्थानीय अध्याय से संबंधित थी, लेकिन बाद में इसे पुलिस बल के विशेष एंटी-रॉबरी स्क्वाड (SARS) के स्थानीय मुख्यालय में बदल दिया गया था। हालाँकि SARS को 11 अक्टूबर, 2020 को भंग कर दिया गया था, लेकिन इसके खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बाद, इमारत का उपयोग अभी भी नाइजीरियाई पुलिस बल द्वारा किया जाता है।

अब इसे “अक्कूज़ू सार्स” के रूप में जाना जाता है, क्षेत्र के लोग कहते हैं कि यह एक सामान्य पुलिस थाना नहीं था। कुछ लोग इसे नाइजीरिया में सबसे क्रूर पुलिस स्टेशन बताते हैं। अक्कूज़ू सार्स के बारे में एक कहावत है जो स्टेशन की हकीकत को बया करती है: यदि आपको वहाँ ले जाया जाता है, तो आप कभी भी बाहर नहीं निकल सकते।

एसएआरएस एक सामरिक पुलिस इकाई थी जो 1992 में लागोस में अपराधों के एक समूह के बाद बनाई गई थी। इससे पहले कि नाइजीरियाई पुलिस बल के प्रमुख ने घोषणा की कि यूनिट को #EndSARS विरोध के जवाब में भंग कर दिया जाएगा, यह नाइजीरिया के सभी 36 राज्यों और संघीय राजधानी, अबुजा में संचालित था। हालाँकि मानव अधिकारों के समूहों ने इस पर लंबे समय से गैरकानूनी गिरफ्तारी, जबरन वसूली, बलात्कार, यातना और हत्या का आरोप लगाया था।

एक परिवार जिसके साथ दोहरी त्रासदी हुई

इमैनुएल और होप की शादी को 31 साल हो चुके हैं। इमैनुअल कहते हैं कि होप की सुंदरता और चरित्र से आकर्षित होकर,  मुझे अपनी पत्नी से प्यार हो गया।
उन्होंने अंबाड़ा राज्य में होप के मायके में एक मामूली तीन बेडरूम का बंगला बनाया। वहां, उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश की: इबुका, चिजोके, ओबियानुजु, पीस और कोसोचुकुवु।
वे एक मध्यवर्गीय जीवन शैली जीते थे। होप परिवार  घर से बहुत दूर एक व्यस्त सड़क पर एक छोटी सी कैंटीन चलाते थे। वहां वे चावल के विभिन्न प्रकार के व्यंजन और सूप पका कर अपने ग्राहकों को परोस कर जीवन यापन करते थे।

 

इमैनुअल एक इलेक्ट्रीशियन भी था,कभी-कभी उसे घरों में बिजली की तारों की वायरिंग के लिए भी बुला लिया जाता था। कुलमिलाकर यह परिवार इतना तो कमा लेता था जिससे उनकी जीवन शैली ठीक से चल सके और उनके बच्चे एक अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें। लेकिन यह ख़ुशी भरा माहौल अधिक दिनों तक न चल सका।

क्योंकि इनके तीन बच्चे काल के उस मुहाने में समा गए जहां से वह कभी वापस न आ सके। वर्ष 2010 में सबसे पहले इनकी बेटी ‘पीस’ स्कूल जाते वक़्त फिसलने की वजह से चल बसी। उस सदमें से यह परिवार उबर नहीं पाया था कि बेटे चिजोके के साथ कुछ ऐसा हो गया कि यह परिवार न तो उसे मरा हुआ कह पा रही है न ही ज़िंदा।

चिजोके के अचानक गायब हो जाने की खबर आती है

चिजोके के अचानक गायब हो जाने की खबर आती है फिर पता चलता है कि उसे अजाली पुलिस स्टेशन में बंद करके रखा गया है। होप जो चिजोके की मां हैं ,वह झटपटाते-बिलखते हुए अपने बेटे की बेल कराने के लिए पुलिस स्टेशन पहुँचती हैं। लेकिन पुलिस अधिकारी उन्हें यह कह कर वहां से भगा देते हैं कि अपने घर के किसी पुरुष को पहले भेजों तब वह कुछ विचार करेंगे।उसी के बाद यह दुःखद खबर आयी कि चिजोके को सार्स ले जाया जायेगा। फिर वही हुआ जिसका इस परिवार को शक था। उनका बेटा भी रहस्यमय तरीके से गायब हो गया।

“वह था, जिसने मेरे माता-पिता को पुलिस आयुक्त के पास जाने के लिए प्रेरित किया” : ओबियानुजु 

 

चिजोके के साथ क्या-क्या हुआ ?

अनंबरा राज्य के तत्कालीन पुलिस आयुक्त बाला नसरवा से इमैनुएल और उनकी पत्नी ने अपने साथ हुए सभी अत्याचारों को बताया साथ में यह भी की चिजोके के साथ क्या-क्या हुआ। लेकिन न तो प्रशासन ने उनका साथ दिया न तो किसी सरकार के नुमाइंदे ने। इसके बाद इस परिवार ने न्याय के लिए मानवाधिकार संस्थानों के साथ मिलकर प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। लेकिन न्याय की यह लड़ाई अभी भी अधूरी है।


“उन्होंने कई बार हम पर आंसू गैस फेंकते समय  पानी के बौछारों का इस्तेमाल किया। मुझे पता था कि मैं एक बर्बादी की ओर बढ़ते तूफ़ान की नजर में हूँ। मैं वास्तव में डर कर सहम चुकीं हूँ।  मैं नाइजीरियाई सरकार को जानती हूं; वे अच्छा कार्य नहीं करना चाहते  हैं।” : होप

जनवरी 2013 में, इमैनुएल ने एक ऐसी चीज के बारे में सुना, जिसने उसकी उम्मीद को हिला कर रख दिया। पश्चिमी अफ्रीका की सबसे लंबी नदी नाइजर की सहायक नदी एजु नदी में एक दर्जन से अधिक शव तैरते पाए गए थे।

उस समय, पुलिस ने कम से कम 18 लाशों का हवाला दिया, लेकिन स्थानीय मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने 25 और 50 के बीच की संख्या बताई। उन्होंने दावा किया कि मौत के लिए अक्जूज़ू सार्स जिम्मेदार था। हालाँकि वर्तमान सरकार पर विभिन्न रूप से दक्षिण-पूर्वी नाइजीरिया को हाशिए पर रखने और क्षेत्र के लोगों के साथ भेदभाव का आरोप लगते रहे हैं।

(सभी फोटो साभार : अलजजीरा)

 

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