कोरोना काल में उस समय सनसनी छा गई जब कुछ दिनों पहले गंगा में शव बहते दिखाई दिए। कई फोटो तो ऐसे भी थे जिसमें शवों को कुत्ते नोच रहे थे। शवों की ऐसी दुर्गति होते हुए सभी अचंभित हैं। ऐसे लावारिस शवों पर कहा गया कि वह ऐसे लोगों के हैं जिनकी कोरोना में मौत हो गई और उनके परिजनों के पास उनका अंतिम संस्कार करने के लिए धनराशि नहीं थी ।
इस मामले में दावा किया गया कि करीब 2000 शव गंगा में बहा दिए गए। इस मामले में बिहार और उत्तर प्रदेश सरकार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। बिहार के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तो योगी आदित्यनाथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर यह आरोप लगाकर पल्ला झाड़ते देखे गए कि शव उनके प्रदेश से इस तरफ बहा दिए गए हैं ।
गंगा में बह रहे इन शवों की एक वीडियो उत्तर प्रदेश के पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने भी सोशल मीडिया पर जारी कर दी। जिसके चलते यूपी सरकार ने पूर्व आईएएस पर एफ आई आर दर्ज कर दी। फिलहाल यूपी में ही एक ऐसा मामला सामने आ रहा है। जिसमें गंगा में बह कर आए एक शव की दुर्गति करने में खुद खाकी शामिल पाई गई है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सरकार सभी की धार्मिक परंपराओं का सम्मान करती है। मृतकों की सम्मानजनक अंत्येष्टि के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है और लावारिस शव के मामले में भी सम्मानजनक तरीके से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जाएगा। अगर कोई अनाथ है तो उसको अंतिम संस्कार करने के लिए ₹5000 देने की घोषणा भी मुख्यमंत्री योगी ने की थी । किसी भी दशा में धार्मिक परंपरा के नाते शव को नदी में न बहाने दिया जाए।
मुख्यमंत्री की गंगा में बहें शवों की सम्मानजनक अंत्येष्टि करने की घोषणा के बाद भी खुद खाकी वर्दी मुख्यमंत्री के आदेशों के खिलाफ काम कर रही है। इस बार मामला बलिया जिले का हैं। जहां नदी में एक शव बहकर आया। जिसको किनारे लगने पर बाहर निकाल दिया गया । इसके बाद पुलिसकर्मियों ने वह किया जो इंसानियत के लिहाज से शर्मसार करने वाला है।

बताया जा रहा है कि बलिया के माल्देपुर में पुलिस कर्मियों ने गंगा में बहती लाश को निकाल कर चिता पर लकडी के साथ ही टायर भी रख दिए। इसके बाद पेट्रोल छिडककर शव को आग लगा दी गई।
इस प्रकरण का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। बलिया के एसपी विपिन टाडा इसकी पुष्टि करते है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें पुलिसकर्मी पेट्रोल और टायरों से शव जला रहे हैं। इस मामले में वहां तैनात 5 पुलिसकर्मियों को संवेदनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है

