भारत में क्रिकेट के अलावा बाकी खेलों के स्पॉन्सर न होने की कई नजीर देखने को मिलती रहती हैं। लेकिन अब यह पैटर्न भी बदलता दिख रहा है। हाल ही में बैडमिंटन एसोसिएशन ने एक बड़ी कमर्शियल डील साइन की थी। अब रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने टाटा मोटर्स के साथ तीन साल की एक बड़ी स्पॉन्सर डील साइन की है। हालांकि इस डील की रकम का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन टोक्यो ओलंपिक 2020 और 2021 में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप तक चलने वाली इस डील को खेल व्यवसाय के सर्किल में क्रिकेट के बाद किसी भी खेल के लिए सबसे बड़ी डील माना जा रहा है। इस डील के तहत अब से भारतीय रेसलर्स टाटा योद्धा की जर्सी पहनकर मैट पर उतरा करेंगे और टाटा ग्रुप इस डील के तहत देश भर में महिला और पुरुष मिलाकर 50 रेसलर्स को सपोर्ट करेगा। इस मौके पर दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार और एक-एक बार ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीत चुके योगेश्वर दत्त और साक्षी मलिक भी मौजूद थे। इस डील को फाइनल करवाने में अहम भूमिका निभाने वाली स्पोर्ट्स बिजनेस कंपनी और इंडियन रेसलिंग फेडरेशन की कमर्शियल पार्टनर स्पोर्ट सोल्युशन के सीईओ आशीष चड्ढा का कहना है कि यह डील इस देश के सबसे पुराने खेल और देश में खेलों के कल्चर को बढ़ाने वाली सबसे पुराने बिजनेस हाउस का मिलन है और इस साझेदारी से देश में रेसलिंग की तस्वीर बदलने की शुरुआत हो चुकी है। इस डील के तहत टाटा मोटर्स की मौजूजगी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के हर इवेंट में तो होगी ही साथ ही एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और ओलंपिक गेम्स में भी टाटा मोटर्स के पास भारतीय रेसलर्स को सपोर्ट करने के लाइसेंसिंग अधिकार होंगे।
रेसलिंग में करोड़ों की डील

