sport

आखिरकार आरसीबी को मिली सफलता

आरसीबी आईपीएल 2024 तक तीन बार फाइनल में पहुंची जरूर लेकिन उसने तीनों मौके गंवा दिए थे। मगर इस बार रजत पाटीदार की अगुवाई में उसे आखिरकार वह सफलता मिल ही गई जिसकी वो हकदार थी

 

इंडियन प्रीमियर लीग का अठारहवां संस्करण 2025 खत्म हो गया है और आखिरकार रजत पाटीदार की अगुवाई में आरसीबी का सपना साकार भी हो गया है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में आरसीबी ने पंजाब को छह रन से हरा दिया। टाॅस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए आरसीबी ने 20 ओवर में नौ विकेट पर 190 रन बनाए थे। जवाब में पंजाब की टीम सात विकेट पर 184 रन ही बना सकी। इसके साथ ही आरसीबी आईपीएल अवार्ड जीतने वाली आठवीं टीम बन गई है। इससे पहले राजस्थान राॅयल्स, चेन्नई सुपर किंग्स, डेक्कन चार्जर्स, मुम्बई इंडियंस, गुजरात टाइटंस, कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम यह खिताब जीतने में सफल रही।

खिताब जीतने पर आरसीबी को चमचमाती ट्राॅफी के साथ 20 करोड़ रुपए की राशि मिली। जबकि उपविजेता पंजाब को 12.5 करोड़ रुपए से संतोष करना पड़ा। तीसरे स्थान पर रही मुम्बई इंडियंस को 7 और चैथे नम्बर की टीम गुजरात टाइटंस को 6.50 करोड़ रुपए मिले।

सीजन में सबसे ज्यादा 759 रन बनाने वाले साईं सुदर्शन को ऑरेंज कैप दी गई, जबकि सबसे ज्यादा 25 विकेट लेने वाले प्रसिद्ध कृष्णा को पर्पल कैप मिली। 14 साल के वैभव सूर्यवंशी सुपर स्ट्राइकर ऑफ सीजन चुने गए। वहीं सूर्यकुमार यादव प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। उन्होंने इस सीजन 16 मैचों में 717 रन बनाए।

आईपीएल टीमों का प्रदर्शन

इस बार आईपीएल के अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत ने आखिरकार लखनऊ सुपर जायंट्स के अंतिम लीग में शतक जड़ा लेकिन टीम जीत से चूक गई जबकि अक्षर पटेल की दिल्ली कैपिटल्स अच्छी शुरुआत के बाद राह से भटक गई। पूर्व विजेता चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान राॅयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा और सनराइजर्स हैदराबाद ने पूरे टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन किया। इस साल आईपीएल के 70 मैच के शुरुआती दौर को खत्म होने में 10 दिन के ब्रेक सहित कुल 67 दिन लगे और टूर्नामेंट के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले।

चेन्नई के नाम दर्ज हुआ शर्मनाक रिकाॅर्ड

चेन्नई ने इस साल सबक सीखा क्योंकि उसे युवा प्रतिभाओं को बेंच पर रखने और सिर्फ एमएस धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर निर्भर रहने की अपनी रणनीति को छोड़ना पड़ा। 17 वर्षीय बल्लेबाज म्हात्रे ने टीम की परेशानियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया जबकि दक्षिण अफ्रीका के ब्रेविस ने अंत में शानदार प्रदर्शन किया वहीं अफगानिस्तान के 20 वर्षीय नूर अहमद सीएसके के सबसे सफल स्पिनर रहे। लेकिन टीम के लिए यह अब तक का सबसे खराब सीजन रहा। टीम भले ही अपने आखिरी मुकाबले में जीत दर्ज करने में कामयाब रही मगर 18 साल साल के आईपीएल इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब चेन्नई प्वाइंट्स टेबल में सबसे आखिरी पायदान पर रही।

राजस्थान का बिगड़ा संतुलन

संजू सैमसन की फिटनेस और अन्य खिलाड़ियों में जज्बे की कमी के कारण टीम नौवें स्थान पर रही। जोस बटलर, अश्विन, युजवेंद्र चहल और ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ियों से अलग होने से उसका संतुलन शायद कुछ ज्यादा ही बिगड़ गया।

केकेआर का खराब प्रदर्शन

कप्तान अजिंक्य रहाणे अकेले दम पर डटे रहे, लेकिन फ्रेंचाइजी के सबसे महंगे खिलाड़ी और उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर के लिए सत्र काफी खराब रहा। पहले आठ मैच में पांच हार के साथ गत चैम्पियन के लिए प्लेऑफ की दौड़ काफी पहले ही खत्म हो गई थी।

मार्श और पूरन ने कायम रखा दबदबा

पहले आठ मैच में पांच जीत ने लखनऊ सुपरजायंट्स को अंतिम चार में जगह बनाने का मौका दिया, लेकिन पंत का बल्ले से खराब प्रदर्शन, मध्य क्रम में गहराई की कमी और गेंदबाजी में विविधता की कमी के कारण वे फिर से प्लेऑफ से चूक गए। लेकिन मिचेल मार्श, निकोलस पूरन और एडेन मारक्रम ने उन्हें मजबूती दी।

हैदराबाद की खराब फाॅर्म

पिछले साल की उपविजेता एसआरएच सबसे धमाकेदार बल्लेबाजी के साथ उतरी थी लेकिन उसका आक्रामक रवैया पूरी तरह विफल रहा। एसआरएच ने आईपीएल की शुरुआत राजस्थान राॅयल्स के खिलाफ छह विकेट पर 286 रन से दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाकर की और समापन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ तीन विकेट पर 278 रन से तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाकर किया। टीम के पास बल्लेबाजी के लिए कोई ‘प्लान बी’ नहीं था जिसमें नीतीश कुमार रेड्डी ने काफी हद तक निराश किया और पावरप्ले में गेंदबाजी करने के लिए एक बेहतरीन स्पिनर नहीं होने से उसे नुकसान हुआ।

पटरी से उतरी दिल्ली

आईपीएल की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि टीम कोई गलती नहीं करेगी लेकिन निरंतर प्रदर्शन के मामले में टीम पिछड़ गई। पहले छह में से पांच जीत के साथ शुरुआत करने के बाद टीम अंक तालिका में शीर्ष पर थी लेकिन अचानक गिरावट से अगले आठ में से पांच मैच गंवा बैठी।

गुजरात ने भरी उड़ान

तीन साल पहले गुजरात टाइटंस में शामिल होने के बाद से गिल ने प्रत्येक सत्र में कम से कम 400 रन तो बनाए ही हैं लेकिन गिल ने सिर्फ उदाहरण ही पेश नहीं किया, बल्कि यह सुनिश्चित किया कि उनकी टीम राशिद जैसे मुख्य गेंदबाज की खराब फाॅर्म के बावजूद दौड़ में आगे रहे।

मिला-जुला रहा मुम्बई का प्रदर्शन

मुम्बई इंडियंस ने हमेशा ही तरह धीमी शुरुआत करने के बाद प्लेऑफ में जगह बनाई। पहले पांच मैच में चार हार के साथ हार्दिक पांड्या की टीम अगले छह मैच जीतकर शीर्ष चार टीमों में पहुंची। रोहित शर्मा और तिलक वर्मा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन सूर्यकुमार यादव ने दिखाया कि वह इसमें सर्वश्रेष्ठ क्यों हैं।

पंजाब का हुआ उदय

पिछले एक साल में कप्तान श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि वह हमेशा संघर्ष करने वाली टीम के बदलाव के सूत्रधार रहे हैं। दृढ़ अय्यर और ऑस्ट्रेलियाई रिकी पोंटिंग जैसे कोच के साथ इस बात में कोई संदेह नहीं था कि पंजाब को हराना काफी मुश्किल होगा और केकेआर के खिलाफ सबसे कम स्कोर 111 रन का बचाव करने जैसा प्रदर्शन इसका एक उदाहरण है। इसका नतीजा है कि टीम उपविजेता रही।

साईं सुदर्शन के नाम रही ऑरेंज कैप

आईपीएल में ऑरेंज कैप उस खिलाड़ी को मिलती है, जिसने पूरे सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाए होते हैं। इस सीजन में ऑरेंज कैप के लिए काफी उठा-पटक देखने को मिली लेकिन ऑरेंज कैप पर सुदर्शन का कब्जा रहा। उन्होंने 15 मैचों में 54.21 की औसत से 759 रन बनाए।

प्रसिद्ध कृष्णा के सिर सजी पर्पल कैप

प्रसिद्ध कृष्णा ने पर्पल कैप रेस में बाजी मारी। उन्होंने 15 मैचों में 25 विकेट हासिल किए। वहीं, 14 मैचों में 24 विकेट लेकर चेन्नई सुपर किंग्स के नूर अहमद दूसरे नम्बर पर रहे। 12 मैचों में 22 विकेट के साथ जोश हेजलवुड तीसरे नम्बर तो 16 मैचों में इतने ही विकेट लेकर मुम्बई इंडियंस के ट्रेंट बोल्ट चैथे नम्बर पर रहे।

अनकैप्ड खिलाड़ियों ने किया प्रभावित

वैभव सूर्यवंशी : बिहार के बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने महज 35 गेंद पर शतक बनाकर चर्चा में आए। 14 साल के वैभव आईपीएल इतिहास के सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 19 अप्रैल 2025 को 14 साल और 23 दिन की उम्र में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ डेब्यू किया और पहली गेंद पर छक्का लगाया। वैभव को राजस्थान राॅयल्स ने 1.10 करोड़ रुपए में खरीदा था। वैभव ने 7 मैचों में 206.56 की स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए। इनमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा। जिसके लिए उन्हें सुपर स्ट्राइकर ऑफ द सीजन का अवाॅर्ड भी दिया गया।

प्रभसिमरन सिंह : महज 24 साल के ओपनर प्रभसिमरन मौजूदा सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले अनकैप्ड भारतीय हैं। उन्होंने 549 रन बनाए जिसमें चार अर्धशतक शामिल थे।

प्रियांश आर्या : इस युवा सलामी बल्लेबाज ने पंजाब की ओर से डेब्यू किया इसी सीजन में शतक जमा दिया। प्रियांश को पंजाब ने मेगा ऑक्शन में 3 करोड़ 80 लाख रुपए में खरीदा था। उन्होंने 179 के स्ट्राइक रेट से 475 रन बनाए। जिनमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल रहे।

नमनधीर : राइट हैंड बैटर नमन धीर को मुम्बई इंडियंस ने इस साल 5.25 करोड़ में खरीदा। उन्होंने इस सीजन के 16 मैचों में 252 रन बनाए। उन्होंने मिडिल ऑर्डर में 182.61 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग की।

विपराज निगम : महज 20 साल के ऑलराउंडर विपराज निगम ने मौजूदा सीजन में दिल्ली की ओर से डेब्यू किया। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने 35 रन देकर एक विकेट लिया और 15 बाॅल पर 39 रन बनाकर जीत दिलाई थी। विपराज ने कोलकाता के खिलाफ 38 रन की पारी से भी प्रभावित किया था। विपराज ने डेब्यू सीजन में 179.75 के स्ट्राइक रेट से 142 रन बनाए। साथ ही 11 विकेट भी झटके।

साई किशोर : बाएं हाथ के स्पिनर साई ने अपनी किफायती गेंदबाजी से प्रभावित किया। वे एशियन गेम्स 2022 में भारत की युवा टीम का हिस्सा रह चुके हैं, लेकिन सीनियर टीम में जगह नहीं बना सके। मौजूदा सीजन में उन्होंने 15 मैचों में 19 विकेट झटके। उनकी इकोनाॅमी भी 9 के करीब ही रही।

सबसे ज्यादा रन लुटाने वाले गेंदबाज

आईपीएल में सबसे ज्यादा रन लुटाने वाले गेंदबाजों की बात करें तो जोफ्रा आर्चर ने इसी सीजन हैदराबाद के खिलाफ 4 ओवर की गेंदबाजी में 76 रन लुटाए। वह इस मुकाबले में विकेटलेस भी रहे थे। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर मोहम्मद शमी हैं। शमी ने पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में 4 ओवर की गेंदबाजी की थी और 75 रन लुटाए थे। वहीं इसी सीजन विल ओरुर्के ने 4 ओवर की गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 74 रन लुटाए और 2 विकेट लिए।

मातम में बदला जीत का जश्न

अठारह साल के इंतजार बाद आरसीबी के आईपीएल खिताब जीतने से बेंगलुर में जश्न का माहौल था जो गम में बदल गया। स्टेडियम के बाहर करीब तीन लाख प्रशंसक जुटे थे जिन पर पुलिस नियंत्रण नहीं कर सकी। इससे अफरा-तफरी फैल गई और 11 प्रशंसकों की मौत हो गई जबकि चार दर्जन के करीब लोग घायल हो गए। घटना इतनी भयावह थी कि बीसीसीआई तक को बयान देना पड़ा। बोर्ड ने मची भगदड़ के लिए तैयारियों में चूक को दोषी ठहराया, जबकि आरसीबी टीम प्रबंधन ने कहा कि क्रिकेट प्रेमियों की भावनाओं के साथ हमदर्दी रखनी चाहिए। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस को सम्बोधित किया और 11 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने यह भी बताया कि 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सरकार ने मृतकों के लिए 10 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। लेकिन सवाल है कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है।

गौरतलब है कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ के बाद हर तरफ चीख पुकार मची थी। अपने खिलाड़ियों की झलक पाने पहुंचे प्रशंसक आयोजकों की ओर से किए बदहाल इंतजामों को कोस रहे थे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कैसे देखते ही देखते जश्न का माहौल मातम में बदल गया। बेंगलुरु का आईपीएल चैम्पियन बनने का सपना साकार होने के जश्न में पूरे कर्नाटक से क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम के बाहर तीन जून की रात से ही जुटने लगे थे। बताया गया था कि सम्मान समारोह के बाद खुली बस में खिलाड़ियों की परेड निकलेगी लेकिन कब निकलेगी यह अंतिम समय तक तय नहीं हुआ। आयोजकों ने परेड को लेकर फैसला अंतिम मिनट तक नहीं लिया। प्रवेश के लिए पास अनिवार्य थे, जबकि हजारों लोग बिना पास के पहुंच गए थे। पास चेक करने के लिए तो कुछ लोग तैनात थे, लेकिन भीड़ को नियंत्रित करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। इतनी बड़ी घटना के बावजूद इसके कार्यक्रम चलता रहा।

You may also like

MERA DDDD DDD DD