जम्मू-कश्मीर में संवैधानिक स्वायत्तता ख़त्म किए जाने के बाद से पाकिस्तान की सरकार से भारत के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया आने का सिलसिला जारी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से लेकर मंत्री तक भारतीय प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोल रहे हैं।
यह पहली बार नहीं हों जब पाक मंत्री फवाद हुसैन ने भारत के खिलाफ तीखे बोल बोलें हो, इससे पहले भी कश्मीर मुद्दे पर
फवाद हुसैन ने ट्वीट कर कहा था कि भारत ने अगर उंगली दिखाई तो पाकिस्तान हाथ तोड़ देगा और मुक्का दिखाया तो जबड़ा तोड़ने का दम रखते हैं।
फवाद ने यह भी कहा था कि, ”नरेंद्र मोदी फासीवादी हैं। जब से दोबारा जीतकर आए हैं तब से वो कुछ ज़्यादा ही घमंडी हो गए हैं। अगर आप अमन चाहते हैं तो हम अमन के लिए खड़े हैं और अगर आप जंग चाहते हैं तो हम जंग के लिए खड़े हैं। हम तमाम हालात के लिए तैयार हैं। अगर आप उंगली दिखाएंगे तो हम हाथ तोड़ने की सलाहियत रखते हैं।अगर मुक्का दिखाएंगे तो हम आपका जबड़ा तोड़ने का दम रखते हैं।”
पाकिस्तान के पत्रकार भी इस बात को लेकर हमलावर हैं कि इस्लामिक देश कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ देने के बजाय पीएम मोदी को सम्मानित कर रहे हैं। पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने बहरीन में मोदी के सम्मानित होने पर लिखा है कि बहरीन पाकिस्तान का कभी दोस्त नहीं हो सकता है।
वहीं अमरीका में पाकिस्तान के राजदूत रहे हुसैन हक़्क़ानी ने मोदी के यूएई में अवॉर्ड दिए जाने पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को नकार दिया है।
हुसैन हक़्क़ानी ने ट्विटर पर लिखा है, ”पाकिस्तानियों को समझना चाहिए कि यूएई अपने हितों की बलि देकर पाकिस्तान का पक्ष क्यों लेगा? याद रखना चाहिए कि यही संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान को कुछ महीने पहले तीन अरब डॉलर की लाइफ़ टाइम मदद की थी। ”