मेघालय हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में हिंदुस्तान के इतिहास और विभाजन तथा उस दौरान सिखों, हिंदुओं आदि पर हुए अत्याचारों का हवाला देते हुए कहा है कि पाकिस्तान ने स्वयं को इस्लामिक देश घोषित किया, जबकि भारत का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ था उसे भी हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए था, लेकिन वह धर्मनिरपेक्ष बना रहा। कोर्ट ने यह भी कहा है कि किसी को भी भारत को दूसरा इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, अन्यथा वह दिन भारत और दुनिया के लिए प्रलयकारी होगा।