एफडीआई को लेकर आईएमएफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक 10 छोटे देश फ़र्ज़ी कंपनियां बनकर चोरी का पैसा दूसरे देशों में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) के तौर पर लाते हैं। इन फ़र्ज़ी कंपनियां का इस्तेमाल देश से टैक्स का भुगतान न करने के इरादे से बनाया जाता है। कालेधन में 85 फीसदी के हिस्सेदारी से जुड़े एफडीआई में लग्जमबर्ग, नीदरलैंड, हांगकांग, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर और मॉरीशस जैसे दस छोटे देशों शामिल हैं।
आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, फ़र्ज़ी कंपनियों के एफडीआई का आकार 15 हजार अरब डॉलर है जो चीन और जर्मनी के कुल जीडीपी के बराबर है। महज छह लाख आबादी वाले देश लक्जमबर्ग से अमेरिका के बराबर तथा चीन से बहुत अधिक एफडीआई आता है।
अंतरराष्ट्रीय उपायों के बावजूद फैंटम एफडीआई लगातार बढ़ रहा है। एक दशक से भी कम समय में वैश्विक एफडीआई में फैंटम एफडीआई की हिस्सेदारी 30 से बढ़कर 40 प्रतिशत हो गयी है। ब्रिटिश वर्जन आइलैंड, बरमुडा, सिंगापुर, केमैन आईलैंड, आयरलैंड भी इसमें शामिल हैं।