वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी हजारों लोगों ने शुक्रवार को रैलियां निकालीं। भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को आज सुबह जामा मस्जिद के बाहर से हिरासत में ले लिया गया है। वह संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मस्जिद के अंदर प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें बलिदान देना होगा ताकि कानून वापस लिया जाए। हम हिंसा का समर्थन नहीं करते। चंद्रशेखर के अनुसार हम शुक्रवार सुबह से मस्जिद के अंदर बैठे थे और हमारे लोग हिंसा में शामिल नहीं थे। आपको बता दें कि आजाद कल पुलिस को चकमा देकर जामा मस्जिद पहुंचे थे। दिल्ली में अब तक दर्जनों लोग हिंसा फ़ैलाने के आरोप में गिरफ्तार हो चुके है।
इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में भी सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है। इस बीच सरकार ने इस तरह का संकेत दिया है कि वह इस संबंध में सुझावों पर विचार करने को तैयार है। सर्वाधिक बवाल उत्तर प्रदेश में हुआ, जहां सीएए के विरोध के नाम पर भड़की हिंसा की चिंगारी से 20 जिले सुलग उठे है। विभिन्न जिलों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों में 12 लोग मारे गये। जबकि कानपुर में आठ लोग घायल हो गये है।