बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा? गठबंधन का सबसे बड़ा दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) है और राज्य में उसकी सबसे मजबूत राजनीतिक पकड़ मानी जाती है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम स्वाभाविक रूप से सामने आता है। लेकिन हाल के बयानों और घटनाक्रमों ने इस सवाल को और दिलचस्प बना दिया है।
तेजस्वी यादव ने एक पॉडकास्ट में इस सवाल पर जवाब दिया, लेकिन उनका जवाब राजनीतिक हलकों में और संशय पैदा कर गया। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे होंगे तो कुछ सेकंड रुकने के बाद उन्होंने कहा, ”सब कुछ तय है, रणनीति के हिसाब से काम होगा, समय आने पर सब कुछ बताया जाएगा।” तेजस्वी ने कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के रिश्ते को सबसे पुराना बताया और इस धारणा को खारिज किया कि कांग्रेस ने उन्हें सीएम चेहरा मानने से इनकार किया था।
दूसरी तरफ महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस का रुख थोड़ा अलग दिख रहा है। पार्टी का स्पष्ट कहना है कि जिस पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी, उसी के नेता को मुख्यमंत्री पद दिया जाएगा। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मार्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के बाद निदज़्लीय सांसद पप्पू यादव ने बड़ा दावा किया है। पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस के पास कई मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं, जिनमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार और सांसद तारिक अनवर के नाम शामिल हैं।
पप्पू यादव ने खुद को भी हर जिम्मेदारी के लिए तैयार बताया है, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं कि कांग्रेस उन्हें या तो प्रमुख प्रचारक या मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट कर सकती है। दिल्ली में कांग्रेस द्वारा बुलाई गई बैठक में पप्पू यादव की मौजूदगी ने कई नए राजनीतिक समीकरणों को जन्म दिया है। पहली बार पप्पू यादव कांग्रेस मुख्यालय की बिहार रणनीति बैठक में शामिल हुए। कुछ दिन पहले पटना में कन्हैया कुमार के साथ उन्हें महागठबंधन के मंच पर जगह नहीं दी गई थी। लेकिन अब उनकी राहुल गांधी और खड़गे से बंद कमरे में चर्चा यह दिखा रही है कि कांग्रेस उन्हें लेकर नए सियासी समीकरण पर विचार कर रही है।
राजद ने बार-बार साफ किया है कि तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। हाल ही में राजद की बैठक में लालू यादव, राबड़ी देवी और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने एक सुर में कहा कि 2025 विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरी ताकत झोंकी जाएगी। तेजस्वी ने चिराग पासवान पर भी तंज कसते हुए कहा कि अगर चिराग पासवान मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते हैं तो खुलकर सामने आएं। बिहार के नाम पर ‘ड्रामा’ करना बंद करें।
इससे स्पष्ट है कि बिहार में महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर दरारें दिखने लगी हैं। राजद जहां तेजस्वी को आगे कर रहा है, वहीं कांग्रेस विकल्प खुला रखना चाहती है। पप्पू यादव की सक्रियता और कांग्रेस नेतृत्व के साथ करीबी ने तस्वीर को और उलझा दिया है। लेकिन लालू यादव का सीधा संदेश है कि तेजस्वी ही मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार हैं। बहरहाल, महागठबंधन में कौन बनेगा ‘किंग’? इसका फैसला चुनाव नजदीक आने पर होगा, लेकिन सियासी खींचतान अभी से अपने शबाब पर है।