Country

पटेल के बाद अब नेताजी पर सियासी कब्ज़ा करना चाहती है BJP

  आज सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कोलकाता पहुंच रहे हैं। केंद्र सरकार ने सुभाष जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। मोदी कोलकाता में दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। नेताजी की स्मृति में सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। बड़ी बात ये कि मोदी के साथ मंच पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी होंगी। पश्चिम बंगाल के चुनावी मौसम में नेताजी जयंती के माध्यम से भाजपा और सत्ताधारी पार्टी टीएमसी जनता की भावनाओं को भुनाने की कोशिशों में जुटीं हैं। दोनों दलों की ओर से बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी चल रही है। इसके मद्देनजर ही केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में नेताजी की 125वीं जयंती वर्ष के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने के लिए पहले ही एक उच्चस्तरीय कमेटी बना दी थी।

नेताजी की जयंती पर खुद मोदी मैदान में उतर गए हैं।देखा जाए तो टीएमसी और भाजपा के बीच सामाजिक-सांस्कृतिक फ्रंट पर बंगाली मतदाताओं को लुभाने की होड़ यूं तो पिछले साल दुर्गा पूजा से ही शुरू हो गई थी। 2021 के शुरू होते ही 12 जनवरी को विवेकानंद जयंती पर भी दोनों दलों के बीच जलसे-जुलूस को लेकर बड़ा सियासी मुकाबला देखने को मिला। इस दौरान टीएमसी के कार्यक्रमों के आगे भाजपा के आयोजन शायद थोड़े फीके रह गए। यही कसर निकालने के लिए नेताजी की जयंती पर खुद मोदी मैदान में उतर गए हैं।

राजनितिक गलियारों में यह चर्चा जोरो पर है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पहली बार जोर-शोर से मनाने के पीछे भाजपा की क्या रणनीति है? राजनीतिक लोग इसके पीछे मार्च-अप्रैल में होने जा रहे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को वजह मानते हैं। यह भी सर्वविदित है कि पश्चिमी बंगाल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। बंगाल के लोगो के लिए वह गौरव माने जाते रहे हैं। माना जा रहा है कि बंगाली गौरव के प्रतीक नेताजी की जयंती के जरिए भाजपा बंगाल की जनता को यह बताने की कोशिश में लगी है कि वह बंगाली अस्मिता की संरक्षक है।

याद रहे कि पश्चिमी बंगाल में सत्ता पाने के लिए भाजपा फिलहाल कोई कोर – कसर नहीं छोड़ना चाहती है। जब से ममता बनर्जी ने भाजपा नेताओं को बाहरी बताना शुरू किया है, तब से पार्टी ने बंगाल से जुड़े महापुरुषों को लेकर कार्यक्रमों का सिलसिला और तेज कर दिया है।  यह भी गौर करने वाली बात है कि दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व भारती यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में रवींद्रनाथ टैगोर की जमकर तारीफ करते हुए उनका बंगाल कनेक्शन भी बताया था। इसके बाद अब भाजपा की नजर नेताजी पर है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD