केरल के सदूर इलाके की इस रोंगटे खड़े करने वाली कहानी को पढ़कर आपको अहसास होगा कि भूख क्या चीज होती है। भूख हर किसी को लगती है। लेकिन गरीब आदमी इस भूख को शांत करने के लिए कहा तक गिर जाता है, यह आप सोच भी नहीं सकते।
किराए के दो कमरे वाले मकान के लकड़ी के दरवाजे पर एक छोटे बच्चे की लिखाई में चॉक से लिखा है, ‘सॉरी अम्मा’। अपनी मां के नाम यह संदेश उस 12 साल की लड़की का है जिसका पिछले 2 वर्षों में 30 से भी ज्यादा लोगों ने रेप किया है। 6 दिन पूर्व जब नाबालिग पीड़िता को अधिकारी शेल्टर होम ले जा रहे थे, उस समय जाते-जाते उसने अपनी मां से इस तरह माफी मांगी। इस बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले उसके पिता के परिचित थे। बेटी के यौन शोषण की जानकारी उसके माता-पिता दोनों को थी, लेकिन आरोप है कि पैसों के लिए वे खामोश रहे। इस दरिंदगी के बाद भी बेटी नहीं चाहती कि उसके पिता को सजा मिले, क्योंकि लड़की को डर है कि पिता को जेल हुई तो घर पर और आर्थिक संकट आ जाएगा।
केरल के मलप्पुरम में 12 साल की लड़की से पिछले दो साल में 30 से भी ज्यादा लोगों ने रेप किया। माता-पिता की जानकारी में यह सब चलता रहा। बेटी का यौन शोषण करने वाले उसके पिता के परिचित थे। आरोप है कि पैसों के लिए मां-बाप खामोश रहे। वो बेहद गरीब परिवार से थी। 10 साल की रही होगी, जब एक अंकल ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। ये अंकल उसके परिवार की आर्थिक मदद के बहाने घर आते थे। अगले दो साल सिर्फ चेहरे बदलते गए, उस बच्ची के साथ वही बर्बरता जारी रही। उसे लगता था कि परिवार को सपोर्ट देने का शायद यही तरीका हो। उसे एहसास तक ना था कि उसके साथ कैसी हैवानियत हो रही है।
अगर स्कूल काउंसलिंग में बच्ची के हाव-भाव ना पढ़े जाते तो शायद उसे कभी पता भी ना चलता। हैरानी की बात ये है कि बच्ची समझ नहीं पा रही कि उसके साथ क्या गलत हुआ है। पुलिस का कहना है कि बच्ची को अभी भी इस बात की चिंता है कि यदि उनके पिता को सजा हो गयी तो उसके घर की आर्थिक स्थिति खराब हो जायेगी। जानकारी मिली है कि बच्ची का पिता बेरोजगार है। परिवार की माली हालत बहुत खराब है। आशंका है बेरोजगार पिता ने पहले बच्ची की मां को देह व्यापार की तरफ धकेला और फिर बच्ची को भी।
मामला दक्षिण भारतीय राज्य केरल के मलप्पुरम जिले की है। बच्ची के साथ पिछले दो साल से गलत हो रहा था लेकिन मामले का खुलासा हाल ही में हुआ। दरअसल पिछले कुछ समय से पीड़िता का स्वास्थ्य लगातार खराब रहने लगा था। बच्ची ने स्कूल जाना भी छोड़ दिया था। तब पड़ोसियों ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। बच्ची की काउंसिलिंग की गयी तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। पड़ोसियों का कहना है कि पिछले काफी समय से रात को अक्सर बच्ची के चीखने-चिल्लाने और रोने की आवाजें आती थीं। हमने पहले इसे परिवार का निजी मामला मानकर हस्तक्षेप करना ठीक नहीं समझा। लेकिन जब बच्ची की हालत ज्यादा खराब होने लगी थी हमने पुलिस को सूचना दी।
स्थानीय तिरुरंगदी पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर नौशाद इब्राहिम के अनुसार पड़ोसियों की शिकायत और पीड़िता द्वारा काउंसिलिंग के दौरान कही गयी बातों के आधार पर पुलिस ने लड़की के पिता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से दो लोगों पर पॉक्सो एक्ट और आईपीसी की धारा 354 और 376 के तहत मुकदमा चलेगा वहीं बच्ची के पिता पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। बीते रविवार को पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज करवाया गया और उसे फिलहाल चाइल्ड केयर होम भेज दिया गया है। इस बाबत मलप्पुरम के डीएसपी का कहना है कि अपराध में शामिल बाकी लोगों की तलाश की जा रही है।