भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता संगीत सोम ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा, “मैं ओवैसी जी को यही कहना चाहता हूं, जूते खाकर भी कागज दिखाने पड़ेंगे। देश में रहना है तो देश के संविधान के हिसाब से रहना पड़ेगा। जो कागज सरकार मांगेगी, प्रशासन मांगेगा वो देना ही पड़ेगा। चाहे ये जो भी कह लें।”
असदुद्दीन ओवैसी ने सीएए को लेकर कहा था कि जो मोदी-शाह के खिलाफ आवाज उठाएगा वो सही मायने में मर्द-ए-मुजाहिद कहलाएगा। मैं देश में रहूंगा, कागज नहीं दिखाऊंगा। कागज अगर दिखाने की बात होगी तो सीना दिखाऊंगा कि मार गोली। मार दिल पर गोली मार, क्योंकि दिल में भारत की मोहब्बत है।
ओवैसी पहले भी सीएए और एनआरसी को लेकर मोदी सरकार पर हमला कर चुके हैं। अनुराग ठाकुर ने जब कहा था कि इन लोगों को गोली मार देना चाहिए तो उसपर एक रैली में ओवैसी ने कहा था कि आप भारत के किसी भी स्थान पर बुला लीजिए मैं गोली खाने के लिए आ जाऊंगा।
ओवैसी ने सीएए को भेदभाव पूर्ण वाला कानून बताया था। उन्होंने कहा था, “इस कानून से मुसलमानों को परेशान किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि सीएए किसी भी भारतीय की नागरिकता लेने का कानून नहीं है। लेकिन जैसा मैं कहता हूं इसका उपयोग गैर मुस्लिमों को हिरासत से निकालने के लिए किया जाएगा, उनके मामले समाप्त कर दिए जाएंगे। मुस्लिम हिरासत में रहेंगे।”
संसद में असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं। उन्होंने 6 फरवरी को आशंका जताई थी कि मतदान के बाद दिल्ली के शाहीन बाग को बीजेपी जलियांवाला बाग बना देगी। आपको बता दे कि नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में 15 दिसंबर से ही विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोगों का कहना है कि इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों में अधिकतर मुस्लिम महिलाएं शामिल हैं। जबकि इस प्रदर्शन में हिन्दू-मुस्लिम-सिख,-ईसाई सभी धर्मों के लोग शामिल हैं।