दिल्ली :पिछले दो दशक से दिल्ली में सत्ता से वंचित भारतीय जनता पार्टी अगले वर्ष प्रस्तावित राज्य विधानसभा चुनाओं के लिए अभी से कमर कसती नजर आने लगी है। भाजपा के निशाने पर दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के वे दावे हैं जिन्हें केजरीवाल सरकार अपनी उपलब्धि बताती आ रही है। दरअसल आप सरकार द्वारा शुरू किए मौहल्ला क्लीनिक और दिल्ली के सरकारी स्कूलों की कायापलट के चलते केजरीवाल सरकार की चौतरफा वाहवाही हो रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने रज्य के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर पहले पेरेंट -टीचर बैठक के दौरान अभिभावकों को आम आदमी पार्टी की तरफ आकर्षित करने की बात कही। उन्होंने कहा है कि अभिभावकों से उनके वोटर आई डी कार्ड मांगे जा रहे हैं जो निंदनीय है। अब पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने एक कदम आगे बढ़कर दिल्ली सरकार के शिक्षा मांडल को पूरी तरह विफल करार दिया है।
इसके जबाब में मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि जेपी नड्डा को अरविंद केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल पर हंसी आ रही है। लेकिन अगर वे भाजपा शासित राज्यों के शिक्षा मॉडल को देखेंगे तो उन्हें रोना आ जाएगा क्योंकि उन राज्यों में शिक्षा की स्थिति बेहद खराब है। अपने शिक्षा मॉडल को सबसे बेहतर बताते हुए सिसोदिया ने भाजपा नेताओं जेपी नड्डा और विजय गोयल को चुनौती देते हए कहा कि वे किसी भी भाजपा शासित राज्य के सबसे बेहतरीन 10 स्कूल को चुन लें। दिल्ली सरकार अपने सबसे बेहतर दस स्कूलों को चुन लेती है। इसके बाद दोनों दलों के नेता एक दूसरे के स्कूलों का मुआयना करते हैं। उसके बाद बहस करते हैं।
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की चुनौती को स्वीकार करते हुए उत्तर पूर्वी दिल्ली के मुस्तफ़ाबाद के सरकारी स्कूल चलने का निमंत्रण दिया है।
बीजेपी नेता विजय गोयल ने कहा ‘करदाताओं के करोड़ों रूपये शिक्षा सुधार के झूठे दावों के प्रचार करने में बर्बाद किये जा रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों के अंदर 5 लाख बच्चे फेल हो गए हैं जिनमें से 4 लाख छात्रों को किसी सरकारी स्कूल में वापस दाखिला तक नहीं दिया गया क्यों सरकारी स्कूलों में दसवीं कक्षा का हर तीसरा छात्र फेल हो रहा है? नवीं कक्षा के भी 76,523 छात्र परीक्षा में फेल हो गए।
मनीष सिसोदिया की चुनौती के जवाब में विजय गोयल ने पूछे सवाल
- सिसोदिया जी, केजरीवाल सरकार के अधीन आती मुस्तफाबाद स्कूल में आप मेरे साथ कब चल रहे है? तारीख और समय बताए ?
- सिसोदिया जी, आप ने अपनी चुनौती सिर्फ 10 स्कूलों तक ही सीमित क्यों रखी है? इसलिए क्योंकि बाकि के हज़ार स्कूलों की हालत खस्ता है।
- सिसोदिया जी, दिल्ली सरकार के 10 स्कूलों का चयन कौन करेगा, आप या मैं?
- सिसोदिया जी, क्यों दिल्ली सरकार के स्कूलों से पास हुए छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं मिलता है? कितने बच्चों का दाखिला मिलता है यही बता दीजिए?.
- सिसोदिया जी, अगर आपके शिक्षा सुधार के दावे सही हैं तो हर साल लाखों सरकारी स्कूलों के बच्चे परीक्षा में क्यों फेल हो रह हैं?
- सिसोदिया जी, आप सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल के पद को समाप्त क्यों नहीं कर देते? 1028 सरकारी स्कूलों में से 800 स्कूलों में वैसे भी कोई प्रिंसिपल नहीं हैं, तभी तो दिल्ली सरकार की स्कूलों का इतने गंदे रिजल्ट आ रहे हैं ?
गोयल ने कहा कि एक बार जब सिसोदिया मुस्तफाबाद स्कूल का दौरा कर लेंगे तब वह दूसरे 10 सरकारी स्कूलों के नाम भी बता देंगे जहां छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। गोयल ने पूछा कि क्या सिसोदिया गुजरात के किसी सरकारी स्कूल गए है या तो फिर वह भाजपा शासित किसी भी राज्य के स्कूलों के परफॉरमेंस से तुलना कर सकते हैं।