बिहार विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। राज्य में सभी राजनीतिक पार्टियां जोर – शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हैं और एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यरोप की राजनीति भी जोरों पर है। इस बीच सभी पार्टियों ने अपने -अपने घोषणा पत्र भी जारी किए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में बिहार के लोगों के लिए 19 लाख नौकरियां और मुफ्त में कोरोना वैक्सीन का जो वादा किया उससे भाजपा चौतरफा घिरती नजर आ रही है।
राजद, शिवसेना समेत कई विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर हमलावर हैं। इस बीच कांग्रेस नेता एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी इसमें कूद पड़े हैं। राहुल ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अब देशवासी अपने-अपने राज्य में होने वाले चुनावों की तारीखों को देखकर पता लगा लेंगे कि उन्हें कोरोना की वैक्सीन कब मिलेगी।
दरअसल कांग्रेस नेता एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा कि भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन मुफ्त में बांटने की घोषणा कर दी है। ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख देख लें।
वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने भाजपा से सवाल किया है कि अगर वह सत्ता में नहीं आई तो क्या लोगों को वैक्सीन नहीं देगी? एक समय में भाजपा की सहयोगी रही शिवसेना ने भी बिना देर किए कहा कि वैक्सीन के आने से पहले ही यह चुनावी जुमलों का हिस्सा बन गई है।
शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, अब तक वैक्सीन आई नहीं है, पर चुनावी जुमलों का हिस्सा जरूर बन गई है। क्या केंद्र सरकार की जिम्मेदारी सारे राज्यों के लोगों के लिए एक समान नहीं होनी चाहिए?