राज्यसभा सांसद के लिए भाजपा के तीन नेताओ के लोकसभा चुनाव जीतकर जाने से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो गई थी। जिनपर अगले महीने में उपचुनाव होना है। ऐसे में भाजपा ने अपने उन नेताओ को राज्यसभा भेजने का मन बनाया है जो फिलहाल मोदी सरकार में शामिल है। हालाकि राज्यसभा की खाली होने वाली 6 सीट है। जिनमें सभी पर चुनाव होना है।
जिन राज्यों में राज्य सभा की सीटों के लिए चुनाव होना है उनमे ओडिशा की तीन, गुजरात की दो और बिहार की एक सीट शामिल हैं। गौरतलब है कि खाली हुई 6 सीटों में से तीन सीटें भाजपा और तीन सीटों पर बीजू जनता दल के सदस्य निर्वाचित हुए थे।
याद रहे कि गुजरात में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, बिहार में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, ओडिशा से बीजू जनता दल के अच्युतानंद सामांत के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण उनकी राज्य सभा की सीट खाली हुई है। वहीँ ओडिशा के प्रताप केशरी देब के विधानसभा चुनाव जीतने और सौम्य रंजन पटनायक के इस्तीफे की वजह से राज्य सभा की सीटें खाली हुई हैं।
गत लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सांसदों ने राज्यसभा सीटों से इस्तीफा दिया था । इन सभी सीटों पर 5 जुलाई को उपचुनाव होंगे । खाली हुई छह सीटों में एक बिहार, दो गुजरात और तीन ओडिशा की सीटें हैं । गुजरात और बिहार में भाजपा को राज्यसभा के उपचुनाव में ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि गुजरात में वह बहुमत मे है तो बिहार में वह नीतिश कुमार के साथ गठबंधन में है।
अब इन तीनों नेताओं की जगह पर भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनायेगी। इसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हैं । इनमें सबसे ऊपर जिन तीन नामों की चर्चा चल रही है उनमे विदेश मंत्री एस जयशंकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और उपभोक्ता मामले व खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान के नाम सामने आ रहे हैं
बहरहाल, मोदी सरकार ने पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है और चुनाव में ना उतरने वाले रामविलास पासवान को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिली है । ऐसे में आगामी छह महीनों में इन्हें किसी हालत में संसद की सदस्यता जरुरी होगी । इसके लिए आगामी पांच जुलाई को होने वाले चुनाव को सबसे उपयुक्त तरीका माना जा रहा है ।
वहीं उत्तर प्रदेश की बलिया से चुनाव हार जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज भाजपा नेता मनोज सिन्हा का नाम भी लिस्ट में आगे है । मनोज सिन्हा एक पढ़ा-लिखे और मोदी टीम के विश्वस्त लोगों में से एक माने जाते रहे हैं । लेकिन वे चुनाव नहीं जीत पाए थे । ऐसे में उन्हें फिर से सक्रिय भूमिका में लाने के लिए राज्यसभा भेजा जा सकता है ।
बिहार से रविशंकर प्रसाद, गुजरात से अमित शाह और स्मृति ईरानी, ओडिशा से अच्युत सामंत, प्रताप केसरी देव और सौम्यरंजन पटनायक ने इस्तीफा दिया था । इन सभी सीटों पर 25 जून को नामांकन होगा । वहीं सभी सीटों के लिए मतदान 5 जुलाई को होगा । 5 जुलाई देर रात तक नतीजे आ जाएंगे ।
उल्लेखनीय है कि उच्च सदन में शाह और ईरानी का कार्यकाल 18 अगस्त 2023 तक था । जबकि प्रसाद का कार्यकाल दो अप्रैल 2024 तक था। वहीं पिछले साल अप्रैल में बीजद के राज्यसभा सदस्य बने पटनायक ने गत छह जून को उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।