देशभर के शहरों में जिस तेजी के साथ पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है इससे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) भी चिंतित है। इससे निपटने के लिए सीपीसीबी ने कुछ महीने पहले आम लोगों के साथ ही शोधार्थियों व विज्ञानियों से सुझाव मांगे थे। नई तकनीक व नवाचार को लेकर भी सुझाव दे सकते हैं। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सीपीसीबी ने तकनीकी चुनौती दी है। लॉकडाउन के बाद तेजी के साथ वायुमंडल प्रदूषित हो रहा है। इससे निपटने के लिए सीपीसीबी ने निजी व सरकारी संस्थानों, कंपनियों, विभिन्न तकनीकी शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं और तकनीकी विद्यालय के प्राध्यापकों से नवोन्मेषी तकनीक के बारे में भी जानकारी मांगी थी । ऐसे नवोन्मेषी तकनीक जिससे प्रदूषण प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जा सके और लोगों को राहत मिले। लेकिन इस सब के बीच सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने कोक, पेप्सी और बिसलेरी पर भारी-भरकम जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना प्लास्टिक कचरा के डिस्पोजल और इसे कलेक्ट करने के मामले में सरकार को जानकारी नहीं देने के मामले में लगाया गया है। बिसलेरी पर 10.75 करोड़ रुपए, पेप्सिको इंडिया पर 8.7 करोड़ और कोका कोला बेवरेजेस पर 50.66 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
इनके अलावा बाबा रामदेव की पतंजलि पर 1 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है। जबकि एक अन्य कंपनी पर 85.9 लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है। कोक और पेप्सी ने कहा कि वे इस जुर्माने की समीक्षा कर रही हैं। बता दें कि पेप्सिको और कोकाकोला कोल्डड्रिंक बनाती हैं, जबकि बिसलेरी पानी के बोतल बनाती है। यह सभी प्लास्टिक कचरा के सेगमेंट में आते हैं।
CPCB ने कहा है कि इन सभी को 15 दिनों के भीतर जुर्माने की रकम को भरना होगा। प्लास्टिक कचरों के मामलों में एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रिस्पांसिबिलिटी (EPR) एक पॉलिसी पैमाना है जिसके आधार पर प्लास्टिक का निर्माण करने वाली कंपनियों को प्रोडक्ट के डिस्पोजल की जिम्मेदारी लेनी होती है।
बिसलेरी का प्लास्टिक का कचरा करीबन 21 हजार 500 टन रहा है। इस पर 5 हजार रुपए प्रति टन के हिसाब से जुर्माना लगाया गया है। पेप्सी के पास 11 हजार 194 टन प्लास्टिक कचरा रहा है। कोका कोला के पास 4 हजार 417 टन प्लास्टिक कचरा रहा है। यह कचरा जनवरी से सितंबर 2020 के दौरान था। EPR का लक्ष्य 1 लाख 5 हजार 744 टन कचरा का था।
कोक के प्रवक्ता ने कहा कि हमें CPCB की ओर से नोटिस मिली है। हम पूरे कंप्लायंस के साथ अपना ऑपरेशन चलाते हैं। इसमें रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और कानूनों के तहत काम किया जाता है। हम इस ऑर्डर की समीक्षा कर रहे हैं और संबंधित अथॉरिटी के साथ इसे सुलझाने की कोशिश करेंगे।
पेप्सिको ने कहा कि हम प्लास्टिक कचरे के मामले में एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर्स रिस्पांसिबिलिटी (EPR) के तहत पूरी प्रक्रिया का पालन करते हैं। हमें नोटिस मिली है।