इमरान खान जब से पकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हैं,तब से दिक़्क़तों का सामना कर रहे हैं।कभी सीमा विवाद तो कभी देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था उनकी चुनौती बनी हुई है।नया पाकिस्तान बनाने का वादा कर जब इमरान खान सत्ता में आए थे तब मुल्क की इकोनॉमी 315 बिलियन डॉलर थी लेकिन आज की तारीख में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी नीचे गिर गई है कि वह अब केवल कर्ज पर निर्भर होकर रह गया है। इस बीच पाकिस्तान इतना तंगहाल हो चुका है कि उसे अपने देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की निशानी को ही गिरवी रखने की नौबत आ गई है। पाकिस्तान की इमरान सरकार 500 अरब रुपए के कर्ज के लिए मोहम्मद अली जिन्ना की बहन के नाम से मशहूर पार्क की नीलामी करने पर विचार कर रही है। पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन की खबर के मुताबिक इमरान सरकार लगभग 500 बिलियन का कर्ज प्राप्त करने के लिए F-9 सेक्टर में इस्लामाबाद के सबसे बड़े पार्क को गिरवी रखने पर विचार कर रही है।
बताया जा रहा है कि इस पार्क को गिरवी रखने का प्रस्ताव को कल 26 जनवरी को होने वाली कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। गौरतलब है कि इस पार्क का नाम ‘फातिमा जिन्ना पार्क’ है। मदार-ए-मिल्लत फातिमा जिन्ना पकिस्तान के संस्थापक मोहम्द अली जिन्ना की बहन हैं और यह F-9 पार्क फातिमा जिन्ना पार्क 759 एकड़ भूमि पर फैला एक सार्वजनिक मनोरंजन पार्क है। यह पार्क पाकिस्तान के सबसे बड़े हरे भरे क्षेत्रों में से एक है।
डॉन के मुताबिक, यह मीटिंग वीडियो लिंक के जरिए होगी, जिसे इमरान खान के आवास और कैबिनेट डिविजन के कमेटी रूप की ओर से आयोजित किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर कल चर्चा होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय संकट से जूझ रही इमरान सरकार ने फैसला किया है कि कर्ज प्राप्त करने के लिए 500 बिलियन रुपए में इस एफ-9 पार्क को गिरवी रखा जाए।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस संबंध में पहले ही नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी कर दिया है। हालांकि, चीजों को गिरवी रखना पाकिस्तान सरकार की विरासत रही है। इससे पहले अलग-अलग सरकारों के कार्यकाल के दौरान कई संस्थानों, इमारतों और सड़कों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बांडों के माध्यम से ऋण प्राप्त करने के लिए गिरवी रखा गया है।