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युद्ध विराम के बढ़ते आसार

इजरायल-हमास जंग

हमास और इजराइल के बीच पिछले लगभग पांच महीनों से जारी जंग को लेकर अब युद्ध विराम पर बात बनती दिख रही है। कहा जा रहा है कि अगले कुछ दिनों के भीतर इसका ऐलान किया जा सकता है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी उम्मीद जताई है कि गाजा में जल्द ही संघर्ष विराम हो सकता है। इसके लिए मिस्र, कतर, अमेरिका, फ्रांस और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने फिलिस्तीनी क्षेत्र में बिगड़ते मानवीय संकट के दौरान इजरायल और हमास के लिए मध्यस्थ के रूप में काम किया है

लंम्बे समय से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के अब थमने के आसार नजर आने लगे हैं। इसके कयास गने तब शुरू हुए जब गत् सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्हें पुरी उम्मीद है कि गाजा में अस्थाई युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए जल्द ही समझौता हो सकता है। ब्रिटिश न्यूज पेपर ‘द सन’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ‘इस समझौते के तहत दोनों पक्षों द्वारा छह सप्ताह तक लड़ाई रोकने के साथ-साथ दोनों देशों के द्वारा बनाए गए बंधकों को भी छोड़ा जाएगा। हमास 40 इजरायली बंधकों और इजरायल अपनी जेल में बंद सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। साथ ही कुछ फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा में लौटने की अनुमति भी दी जाएगी और मानवीय सहायता में भी वृद्धि की जाएगी।’

गाजा पट्टी पर इजरायल द्वारा बमबारी का एक दृश्य

इस समझौते को लेकर पहले पेरिस में इसी हफ्ते बैठक की गई। अगली बैठक के बाद कहा जा रहा है कि दोनों देशों के बीच अब युद्ध को लेकर सहमति बन सकती है। पिछले दिनों पेरिस में हुई बैठक में अमेरिका और मिस्र के द्वारा मध्यस्थता की गई है। इस बैठक में शांति स्थापित करने के लिए सकारात्मक चर्चाएं भी हुई, हमास ने अपनी कई मांगों से पीछे हटते हुए शांति स्थापित करने पर जोर दिया है। हालांकि अभी भी दोनों पक्ष किसी परिणाम पर नहीं पहुंचे हैं लेकिन कतर की अगली बैठक में सीज फायर समझौता होना तकरीबन तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि अगली बैठक में कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के प्रमुख विलियम बर्न्स और मिस्र के खुफिया प्रमुख अब्बास कामेल भी मौजूद रहेंगे।

 

 

बंधकों की रिहाई
हमास इजराइल को लेकर लगातार की जा रही बैठकों में इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ‘वह अपने बंधकों की रिहाई चाहते हैं। जिसके चलते वह ‘रफा’ में हमास के खात्मे की रूपरेखा पर काम कर रहे हैं। दूसरी तरफ इजरायल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी का कहना है कि ‘अस्थायी युद्धविराम को किसी भी हालत में युद्ध के अंत के रूप में नहीं समझा जा सकता है। हम हमास को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ गाजा में हमास के पास अभी भी इजरायल के करीब 100 बंधकों के होने का दावा किया जा रहा है। इजरायल के मुताबिक उसके 134 बंधक हमास की कैद में हैं इनमें से करीब 50 बंधकों की अब तक मौत हो चुकी है।’

युद्धविराम के मसौदे में क्या है?
इजराइल और हमास के बीच कई महीनों से जारी खूनी लड़ाई को रोकने के लिए एक मसौदा फ्रांस की राजट्टानी पेरिस में तैयार किया गया है। कतर, अमेरिका और मिस्र के राजदूतों के साथ बैठक में यह मसौदा तैयार हुआ था। जिसे हमास के सामने पेश किया गया है। इसमें मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान लड़ाई में 40 दिनों के युद्धविराम का प्रस्ताव है जो 10 मार्च के आसपास शुरू होगा। मसौदे के अनुसार, फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में इस्राइली बंट्टाकों को रिहा किया जाएगा। गाजा में सहायता आर्पित की बढ़ोतरी के साथ-साथ पुनर्निर्माण शुरू करने के लिए उपकरण और ईंट्टान भी बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा फिलिस्तीनी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को उत्तरी गाजा में लौटने की अनुमति दी जाएगी। मसौदे के हिस्से के रूप में आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराए गए हाई-प्रोफाइल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने के लिए इस्राइल का समझौता हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 15 कैदियों को पांच महिला इस्राइली सैनिकों के बदले दिया जाएगा।

समझौते में क्या-क्या है?

1. दोनों पक्ष सभी सैन्य अभियान रोक देंगे। इस्राइल अपने सैनिकों को घनी आबादी वाले इलाकों से दूर ले जाएगा। इस्राइल हर दिन आठ घंटे के लिए ड्रोन निगरानी भी रोकेगा।

2. हमास 40 इस्राइली बंट्टाकों को रिहा करेगा। रिहा होने वालों में 19 साल से कम उम्र की महिलाएं, बच्चे और युवा, वयस्क, 50 से अट्टिक उम्र के लोग और रोगी शामिल हैं। इसमें सैन्य उम्र के पुरुषों को शामिल नहीं किया गया है।

3. इस्राइल 40 बंट्टाकों के बदले में 400 कैदियों को रिहा करेगा। पिछले युद्धविराम में एक बंट्टाक के बदले तीन कैदियों को रिहा किया गया था।

4. इस्राइल गाजा में मानवीय सहायता के प्रतिदिन 500 ट्रकों की आवाजाही की अनुमति देगा। अस्पतालों और बेकरियों के पुनर्निर्माण के लिए ईंट्टान और उपकरण गाजा में जा सकेंगे।

अब तक युद्ध का सफर
इजराइल और हमास के बीच युद्ध को लगभग पांच महीने हो चुके हैं। इस युद्ध में अब तक फिलिस्तीन में 29,692 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1,163 लोग इजराइल में मारे जा चुके हैं। युद्ध में आसमान और जमीन दोनों तरफ से एक दूसरे पर हमले किए गए हैं। इन हमलों के कारण हमास और फिलिस्तीन तहस-नहस हो चुका है। यहां लोगों के पास न तो रहने के लिए घर बचे हैं और न ही खाने के लिए खाना। जो लोग बीमार और जंग में घायल हो गए हैं उनके इलाज के लिए भी दवा मौजूद नहीं है।

कैसे हुई युद्ध की शुरुआत
7 अक्टूबर 2023, को हमास के द्वारा इजरायल पर रॉकेट से यकायक भारी हमला किया गया। इस दौरान हमास ने 5 हजार रॉकेट दागने का दावा किया। इस हमले में सैंकड़ों इजराइलियों की मौत हो गई। इसके बाद इजराइल द्वारा हमास पर लगातार हमले किए गए और इजराइल के प्रधानमंत्री ने हमास को पूरी तरह खत्म करने का ऐलान कर दिया। इसी दौरान हमास और फिलिस्तीन से इजराइल ने 300 लोगों को बंधक बना लिया। इन हमलों के चलते हमास ने गाजा पट्टी पर घेराबंदी करते हुए हवाई हमलों की शुरुआत कर दी। हमास के द्वारा युद्ध की शुरुआत के कारण पश्चिमी देशों ने हमास पर इजराइल की बमबारी करने पर समर्थन किया, वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र समूहों ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ हमले की निंदा की जिसके बाद वैश्विक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। इजराइल द्वारा किए जा रहे लगातार हमलों के कारण गाजा की लगभग 90 फीसदी आबादी ने विस्थापन कर लिया है।

फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा
फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह ने बीते 26 फरवरी को पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उन्होंने अपना इस्तीफा जारी करते हुए कहा कि ‘मैं अपना इस्तीफा श्रीमान राष्ट्रपति (महमूद अब्बास) को सौंपता हूं।’ शतायेह ने इस्तीफा देने के पीछे की वजह गाजा पट्टी में फैली आक्रमकता, वेस्ट बैंक और यरूशलम में तनाव से जुड़े मुद्दों को बताया है। असल में वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर फिलिस्तीनी सरकार की हुकुमत है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में यहां हिंसा काफी बढ़ी है। इसके अलावा गाजा में लगातार युद्ध के चलते शतायेह परेशान चल रहे थे और वह इस्तीफा देने पर मजबूर हुए।

एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान शतायेह ने कहा कि ‘गाजा में फिलिस्तीनी नागरिक भूख से तड़प रहे हैं। इसके बावजूद वहां पर लगातार इजराइली हमले हो रहे हैं। यरूशलेम और वेस्ट बैंक की भी स्थिति ठीक नहीं है। यहां भी तनाव अपने चरम पर है। पिछले साल 7 अक्टूबर से शुरू हुए इस लड़ाई में गाजा को जन धन की बहुत हानि हुई है। स्थिति ये है कि गाजा में अब शवों को दफनाने के लिए जगह नहीं बची है। यही सब देखते हुए मैंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति महमूद अब्बास को सौंपा है।’ हालांकि फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने फिलहाल मोहम्मद शतायेह का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।

बाइडेन ने जताई उम्मीद
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उम्मीद जताई है कि गाजा में अगले सप्ताह की शुरुआत में संघर्ष विराम हो सकता है। इसके लिए मिस्र, कतर, अमेरिका, फ्रांस और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने फिलिस्तीनी क्षेत्र में बिगड़ते मानवीय संकट के दौरान इजरायल और हमास के लिए मध्यस्थ के रूप में काम किया है। इसमें गाजा पट्टी से इजराइली बंधकों की रिहाई और युद्ध को खत्म करने को लेकर बातचीत की गई है। माना जा रहा है कि इस बार भी अगर युद्धविराम होता है, तो इजराइली बंधकों को रिहाई के बदले हमास अपने कई कैदियों को इजराइली जेल से रिहा करवा सकता है। न्यूयॉर्क की यात्रा के दौरान एक प्रेस कांफ्रेंस में जब बाइडेन से पूछा गया, कि ऐसा समझौता कब शुरू हो सकता है तो उन्होंने जवाब दिया ‘मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने मुझे बताया है कि हम समझौते के करीब हैं, लेकिन अभी तक बात बनी नहीं है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही हम युद्धविराम तक पहुंच जाएंगे।’

आसान नहीं होगा युद्धविराम

पिछले साल नवंबर में सात दिवसीय संघर्ष विराम के दौरान 105 बंधकों और 240 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया, लेकिन उसके बाद से इजरायल-हमास युद्ध जारी है। अब एक बार फिर से युद्धविराम को लेकर बात चल रही है। कुछ देश युद्धविराम को लेकर मध्यस्थता कर रहे हैं तो वहीं इजरायल ने कहा है कि अगर हमास मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा तो जमीन पर सैन्य कार्रवाई और तेज की जाएगी। खबरों के मुताबिक युद्धविराम की चर्चा शुरू होने के बाद गाजा में एक बार फिर इजरायल और हमास के बीच झड़पें तेज होने की खबर हैं। इजरायल लगातार बंधकों की रिहाई की मांग कर रहा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक वह हमास का खात्मा नहीं कर देते हैं और इजरायली बंधकों को छुड़ा नहीं लेते, शांत नहीं होंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि युद्धविराम आसान नहीं होगा।

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