पूर्वी अफ्रीका के केन्या से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। इस देश में अंधविश्वास में फंसकर 81 से अधिक लोगों ने अपनी जान दे दी है। केन्या की सरकार का कहना है कि एक पादरी के कहने पर इन लोगों ने भूखे रहकर सामुहिक खुदकुशी की, इन लोगों से पादरी ने कहा था कि भूखे रहकर खुद को दफन कर लेने से स्वर्ग में जगह मिलेगी और वहां जीसस से मुलाकात होगी। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पादरी की सलाह पर करीब 206 लोगों ने भूखे रहकर एक साथ सुसाइड की है। स्थानीय पुलिस ने पादरी के स्वामित्व वाली जमीन से इनके शव बरामद किए हैं। अंधविश्वास के कारण जान गवाने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि केन्या के शाकाहोला से पुलिस को और भी शव मिल रहे हैं।
केन्या पुलिस ने पादरी को किया था गिरफ्तार
गुड न्यूज इंटरनेशनल चर्च के पादरी के बयानों से प्रेरित होकर लगभग 200 से भी अधिक लोगों ने जन समाधी लेने का निर्णय किया। जिनमे से अभी तक लगभग 80 शव निकाले जा चुके हैं और यह संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। इस घटना के बारे में केन्या के मलिंदी उप काउंटी पुलिस प्रमुख जॉन केम्बोई ने बताया है। उन्होंने कहा कि पादरी पॉल माकेंजी के मालिकाना हक वाली जमीन पर अभी और कबरें खोदी जाएंगी। भारी संख्या में शव मिलने के बाद 14 अप्रैल को पादरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस प्रमुख द्वारा इसकी जानकारी दी गई है।
ऐसा पहली बार नहीं है जब पादरी पॉल माकेंजी का नाम अंधविश्वास से जुड़े मामले में सामने आया है। इससे पहले भी 2019 में दो बच्चों की मौत के मामले में पादरी का नाम आया था। घटना में नाम सामने आने के बाद पुलिस ने पादरी को गिरफ्तार किया गया था। पैरेंट्स की शिकायत पर मामले में पुलिस ने पादरी के खिलाफ केस भी दर्ज की थी, उस दौरान पादरी को 10 हजार केन्यन शिलिंग यानी भारतीय करेंसी में 6 हजार रुपये जुर्माने के तौर पर भरना पड़ा। अब एक बार फिर बेहद गंभीर मामले में पादरी पॉल माकेंजी का नाम सामने आया है, इस बार पादरी के कहने पर स्वर्ग में जगह पाने और जीसस से मुलाकात की चाह में आकर अंधविश्वास के कारण भारी संख्या में एक कई लोगों ने सामुहिक सुसाइड कर ली है।