मणिपुर में इम्फाल के जिला कलेक्टर ने कोरोना महामारी के कारण लोगों की मनोदशा को समझते हुए उनकी परेशानी को दूर करने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। तदनुसार, जिला कलेक्टर ने अब यातायात नियंत्रण के लिए उपयोग किए जाने वाले एम्बुलेंस सायरन, पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही लाउडस्पीकर लगाने का समय निर्धारित किया गया है। लाउडस्पीकर लगाए जा सकते हैं लेकिन कम आवाज में।
मणिपुर की राजधानी इंफाल के जिला कलेक्टर ने बताया कि बिना लिखित अनुमति के लाउडस्पीकर लगाने का समय सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा 18 मई को जारी आदेश में कहा गया है कि अनावश्यक लाउडस्पीकर लगाने से परेशानी होती है। वर्तमान महामारी में कई धर्मार्थ संगठन या अन्य लोग बिना लाइसेंस के लाउडस्पीकर का उपयोग कर रहे हैं। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
मणिपुर सरकार ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, निजी अस्पतालों और एम्बुलेंस एजेंसियों को एम्बुलेंस सायरन बंद करने का आदेश दिया है। सरकार का कहना है कि सायरन से लोगों में डर पैदा हो रहा है।
आदेश में कहा गया है कि कोरोना के प्रकोप के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के कारण सड़कों पर भीड़भाड़ कम थी। सायरन की कोई जरूरत नहीं है। इस सायरन का प्रयोग तभी करना चाहिए जब भीड़भाड़ के कारण सड़क बंद हो।
मणिपुर भी कोरोना के प्रकोप की चपेट में है। इसलिए कई जिलों में 28 मई तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। मणिपुर में 17 मई, मंगलवार को 624 नए मामले सामने आए और 20 की मौत हो गई। नतीजतन, राज्य में अब कोरोना मरीजों की संख्या 40,683 हो गई है। राज्य में अब तक 612 मौतें हो चुकी हैं।