भारत और नेपाल से सैकड़ों लोगों का प्रति वर्ष आना-जाना हमेशा लगा रहता है। उत्तर भारत के कई राज्यों से नेपाल का बाॅर्डर सीमा भी लगता है। उत्तर प्रदेश तथा बिहार में बहुत से क्षेत्र है जहां से लोग नेपाल आते-जाते रहते हैं, खासतौर से नेपाल जाने के लिए किसी भी प्रक्रियाओं से गुजरना नहीं पड़ता था। अब नेपाल जाने के लिए भारतीयों को ऑनलाइन आवेदन करना बहुत जरूरी हो गया। अब भारतीयों को वेबसाइट के जरिये अपना आवेदन करना अनिवार्य हो गया है।
8 फरवरी को नेपाल तथा भारत के अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई। जिसमें नेपाल आने जाने पर ये फैसला लिया गया। नेपाल को कोरोना वायरस संक्रमण के चलते ये फैसला लेना पड़ा। नेपाल में जाने के लिए भारतीय नागरिकों के लिए ऐप भी लाॅन्च कर दिया गया है। भारत से बिना आवेदन किए किसी भी भारतीय नागरिक को नेपाल में जाने नहीं दिया जाएगा। आवेदन होने पर ही भारतीयों को प्रवेश मिलेगा।
नेपाल के अधिकारियों ने कहा कि यह व्यवस्था बल्कि चम्पावत से लगे कंचनपुर के लिए ही लागू नहीं है सिर्फ सभी क्षेत्रों में लागू होगा। टनकपुर के एसडीएम ने बताया कि नेपाल में भारतीयों के प्रवेश को लेकर बनाए गए नए नियमों को लेकर तैयारियां हो रही है। भारत में कोरोना वायरस का खतरा अभी भी बरकरार है। भारत की हालत पहले के मुकाबले पहले से बहुत अच्छी है। विश्व में सबसे बड़े वैक्सीन अभियान के तहत लोगों को वैक्सीन की टीके लगाई जा रही है।