मोदी सरकार ने मानसून सत्र में लेबर कोड को लेकर तीन विधेयक पारित किए थे। इनमें औद्योगिक संबंध संहिता, सामाजिक सुरक्षा संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य शर्तें संहिता शामिल थे। लेकिन अब इन तीनों कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस का मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ आज देशव्यापी प्रदर्शन कर रहा है। केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए लेबर कोड में बदलाव के बाद कई श्रम कानूनों में बदलाव किया है।
आरएसएस का मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ वैसे तो इन कानूनों का स्वागत कर रहा है। लेकिन कुछ प्रावधानों को लेकर भारतीय मजदूर संघ इन कानूनों के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन करेगा। संगठन का कहना हैं कि उसने नए कानूनों में हड़ताल का अधिकार खत्म करना और नौकरी के कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव इत्यादि के खिलाफ मोर्चा खोला है। भारतीय मजदूर संघ के सचिव पवन कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि “तीन नए लेबर कोड के कई प्रावधानों के खिलाफ भारतीय मजूदर संघ आज राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करने जा रहा है। यह प्रदर्शन सभी जिला मुख्यालयों पर किया जाएगा। राजधानी दिल्ली में संगठन श्रम मंत्रालय के सामने प्रदर्शन करेगा”।
कुछ समय पहले भारतीय मजदूर संघ के महासचिव बिनय कुमार सिन्हा ने बताया था कि ”हाल में बीएमस के 19वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल तरीके से किया गया है। इसमें यह तय हुआ है कि नए लेबर कोड के श्रमिक विरोधी प्रावधानों के खिलाफ लगातार राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया जाए। सम्मेलन में एक प्रमुख प्रस्ताव यह पारित हुआ है कि सरकार से यह मांग की जाए कि वह नए लेबर कोड से श्रमिक विरोधी प्रावधानों को तत्काल हटाये”।