कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला वर्तमान में हरियाणा की कैथल विधानसभा सीट से विधायक हैं। भुपेंदर सिंह हुड्डा सरकार में मंत्री रहे सुरजेवाला को राहुल गांधी का विश्वस्त माना जाता है। हरियाणा की राजनीति में वे पूर्व सीएम हुड्डा के प्रतिद्वंदी रहे हैं। ऐसे में विधायक रहते हुए भी उनका उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनने को लेकर नाना प्रकार की चर्चाओं का बाजार गर्म है। जींद विधानसभा सीट जाट बाहुल्य है। इसी सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। सुरजेवाला के नामांकन समय हुड्डा के साथ- साथ प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर, किरण चौधरी और कुलदीप बिश्नोई भी मौजूद थे। ये चारों दिग्गज एक-दूसरे के घोर प्रतिद्वंदी हैं। ऐसे में यदि जाट बाहुल्य सीट से सुरजेवाला जीत जाते हैं तो 2019 में ही प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में सीएम पद के उम्मीदवार बन सकते हैं। और यदि वे हार जाते हैं तो इसका ठीकरा आसानी से हुड्डा, तंवर, कुलदीप और किरण चौधरी के मथ्थे डाला जा सकता है। यही कारण है कि विधायक रहते हुए भी सुरजेवाला ने उपचुनाव लड़ने के लिए अपनी सहमति दे डाली है।
सुरजेवाला का दांव
